टेबल टेनिस खिलाड़ी सौम्यजीत घोष के खिलाफ कथित रेप का केस दर्ज, कॉमनवेल्थ गेम्स से होंगे बाहर!
By अभिषेक पाण्डेय | Published: March 23, 2018 02:43 PM2018-03-23T14:43:36+5:302018-03-23T14:43:36+5:30
Soumyajit Ghosh: रेप के आरोपों में मामला दर्ज होने के बाद सौम्यजीत घोष पर मंडराया कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर होने का खतरा
भारत के स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी सौम्यजीत घोष पर गुरुवार को एक 18 वर्षीय लड़की के कथित रेप के मामले में मामला दर्ज किया गया है। सौम्यजीत के खिलाफ इस लड़की ने रेप का आरोप लगाते हुए गुरुवार को उत्तरी 24 परगना के बारासात जिले के महिला पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने से सौम्यजीत के ऊपर कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर होने का खतरा मंडराने लगा है।
इस लड़की का आरोप है कि सौम्यजीत ने अप्रैल 2015 में उसके घर पर शादी का झांसा देकर उससे रेप किया था। लड़की ने ये भी दावा किया है कि वे दोनों पिछले तीन सालों से संपर्क में हैं, जब वह नाबालिग थी। इस लड़की का कहना है कि उसे सौम्यजीत से शादी के मामले में कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। सौम्यजीत के खिलाफ रेप के आरोप में आईपीसी की धारा 376, आईपीसी की धारा 147 (धोखाखड़ी), आईपीसी की धारा 313 (महिला की सहमति के बिना मिसकैरेज करवाना) और पोस्को ऐक्ट के तहत मामले दर्ज कराए हैं।
4 से अप्रैल तक गोल्डकोस्ट में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए जर्मनी में ट्रेनिंग कर रहे सौम्यजीत के ऊपर नेशनल टीम से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया के सचिव एमपी सिंह ने कहा कि इस मामले में ऐक्जिक्युटिव बोर्ड की बैठक में फैसला लिया जाएगा कि सौम्यजीत को सस्पेंड किया जाए या नहीं। (पढ़ें: अर्जुन पुरस्कार विजेता टीटी खिलाड़ी सौम्यजीत घोष पर 18 वर्षीय लड़की ने लगाया रेप का आरोप)
वहीं सौम्यजीत ने रेप के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि रिलेशनशिप खत्म होने के बाद भी वह लड़की उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। सौम्यजीत ने कहा, 'वह जो भी कह रही है, वह झूठ है क्योंकि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। हम रिलेशनशिप में थे लेकिन फिर मैं करियर पर फोकस करना चाहता था इसलिए मैंने उसे बता दिया था कि अब तुम्हारे साथ रहना मुश्किल है।'
कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भारतीय टेबल टेनिस टीम में शामिल अन्य खिलाड़ियों में जी साथियान, अचंता शरत कमल, एंथनी अमलराज और हरमीत देसाई शामिल हैं।
सौम्यजीत के बाहर होने पर भारतीय टीम को किसी और खिलाड़ी को चुनने का मौका नहीं मिलेगा। भारतीय ओलंपिक असोसिएसन के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा का कहना है कि कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन ऐसे किसी कदम की इजाजत नहीं देगा। बत्रा के मुताबिक रिप्लेसमेंट की इजाजत सिर्फ किसी खिलाड़ी के चोटिल होने की स्थिति में ही मिलती है।