वैष्णों देवी मंदिर के आशीर्वाद भवन में रोज तैयार हो रहा है 500 मुसलमानों के लिए सहरी और इफ्तार
By मेघना वर्मा | Published: May 23, 2020 09:40 AM2020-05-23T09:40:17+5:302020-05-23T10:25:50+5:30
कोरना महामारी के चलते कटरा के आशीर्वाद भवन को धर्मस्थल ने कोरोनरा महामारी के बीच मार्च के महीने में कटरा में आशीर्वाद भवन को क्वारंटाइन सेंटल में बदल दिया गया है।
माता वैष्णो देवी तीर्थयात्रा धाम पर रमजान के इस पवित्र महीने के दौरान मुसलमानों को सहरी और इफ्तारी दिया जा रहा है। दरअसल लॉकडाउन के चलते कटरा में फंसे मुसलमान लोगों के लिए वैष्णों देवी प्रशासन की ओर से व्यवस्था की जा रही है। कटरा के आशीर्वाद भवन में रह रहे 500 मुसलमानों को सहरी और इफ्तारी प्रदान की जा रही है।
कोरना महामारी के चलते कटरा के आशीर्वाद भवन को धर्मस्थल ने कोरोनरा महामारी के बीच मार्च के महीने में कटरा में आशीर्वाद भवन को क्वारंटाइन सेंटल में बदल दिया गया है।
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि रमज़ान के महीने में, वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के लोग सुबह और रात भर काम कर रहा है ताकि मुस्लिम भाइयों को सेहरी और इफ्तारी प्रदान की जा सके। उन्होंने बताया कि चूंकी आशीर्वाद भवन को क्वांरटीन सेंटर बना दिया गया है जिसमें 500 लोगों के रहने की क्षमता है।
वहीं जम्मू-कश्मीर सरकार देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों को वापिस ला रही हैं। जिन्हें आशीर्वाद भवन में रखा जा रहा है। कुमार ने बताया कि आशीर्वाद भवन में लाए जाने वाले ज्यादातर मजदूर हैं, जो रमज़ान के महीने में उपवास करते हैं। इसलिए, उन्हें हर रोज सेहरी और इफ्तारी प्रदान करने का फैसला किया गया है।
प्रवासी श्रमिक जम्मू और कश्मीर में, देश के अलग-अलग हिस्सों से विशेष श्रमिक ट्रेनों और बसों से उधमपुर शहर में आ रहे हैं। जो केंद्र में स्थित है। ऊधमपुर से कटरा लगभग 40 किमी दूर है। कुमार ने कहा कि आशिर्वाद भवन के अलावा, मंदिर बोर्ड कटरा में अन्य सरकारी सुविधाओं में मौजूद लोगों को नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात का खाना उपलब्ध करा रहा है।
श्री माता वैष्णो देवी तीर्थ सबसे प्रतिष्ठित हिंदू तीर्थस्थलों में से एक है और भारत में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के बाद दूसरा सबसे अमीर भी है। कटरा के विभिन्न संगरोध केंद्रों में 20 मार्च से जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने पर लगभग 80 लाख रुपये खर्च किए हैं।