लाइव न्यूज़ :

तिरुपति बालाजी में एक दिन में चढ़ा सबसे बड़ा चढ़ावा, टूट गया 2000 साल पुराना रिकॉर्ड

By मेघना वर्मा | Updated: July 30, 2018 13:05 IST

तिरुपति बालाजी मंदिर में दर्शन के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं और मुट्ठी खोलकर दान करते हैं।

Open in App

 तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर के प्रसिद्ध मंदिर तिरुपति बाला जी को देश की सबसे रईस मंदिरों में गिना जाता है। रईस इसलिए क्योंकि हर साल यहां करोड़ों की संख्या में लोग दान-पुण्य आदि करते हैं। भारत के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में माना जाने वाली भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित इस मंदिर में एक नया रिकॉर्ड बना है। मंदिर के दानपात्र में एक दिन में सबसे ज्यादा पैसे दान होने का रिकॉर्ड बना है। एक दिन में इस मंदिर में 6.28 करोड़ रुपए का दान हुआ है जो 2000 साल के इतिहास में एक दिन के दान की सबसे बड़ी रकम बताई जा रही है। 

एक मीडिया की रिपोर्ट की मानें को तिरुपति मंदिर में 2012 में 859 करोड़ का चढावा आया था। वहीं 2013 में 832 करोड़ का चढ़ावा आया था जो कि 26 करोड़ रुपए कम था। मगर मंदिर का कुल राजस्वस 2262.52 करोड़ रुपये से अधिक था। 

मंदिर के पिछले रिकॉर्ड की बात करें तो वह 5.73 करोड़ का है। मंदिर प्रबंध के अनुसार अगणित संपत्ति के मालिक इस मंदिर के इतिहास में इससे पहले एक दिन से ज्यादा दान आने का रिकॉर्ड 5.73 करोड़ रुपए का है। 

आपको बता दें पहाड़ी में बसे इस मंदिर पर हर साल लोग लाखों की संख्या में दर्शन करने आते हैं। मंदिर का निर्माण सोने से किया गया है। ना सिर्फ वेंकटेश्वर के मुकुट बल्कि पूरी मंदिर सोने की और मंदिर का दरवाजा चांदी से निर्मित किया गया है। रोजाना इस मंदिर में औसतन 2.5 करोड़ से 3.5 करोड़ रुपए तक चढ़ावा चढ़ाया जाता है। 

माना जा रहा है कि गुरुवार को दानपात्र से निकले 6.28 करोड़ रुपए के पीछे किसी का किया गया गुप्त दान है जो करोड़ों में हो सकता है। 

टॅग्स :पूजा पाठ
Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठDiwali Puja Time Today: दिवाली पूजा का समय और शुभ मुहूर्त कब है?, 20 अक्टूबर गणेश-लक्ष्मी पूजा...

पूजा पाठHappy Diwali 2025 Wishes: दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं, मैसेज, फोटो, स्टेटस...

भारतGanesh Chaturthi 2025: मूर्ति विसर्जन को लेकर सुविधा, मोबाइल ऐप से सभी जानकारी, ऐसे करें डाउनलोड, ठाणे नगर निगम ने जारी किया

भारतMadras High Court: कोई भी जाति मंदिर के स्वामित्व का दावा नहीं कर सकती?, मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा- पूजा और प्रबंधन सभी भक्त करें

पूजा पाठChhath Puja 2024 LIVE: छठ के तीसरे दिन 'संध्या अर्घ्य' का महत्व क्या है?, सूर्यास्त के समय नदी किनारे...

पूजा पाठ अधिक खबरें

भारत2026 विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में हलचल, मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की आधारशिला, हुमायूं कबीर ने धर्मगुरुओं के साथ मिलकर फीता काटा, वीडियो

पूजा पाठसभ्यता-संस्कृति का संगम काशी तमिल संगमम

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतHardoi Fire: हरदोई में फैक्ट्री में भीषण आग, दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला