Surya Grahan: कितने बजे से शुरू होगा सूर्य ग्रहण, किन बातों का रखें ध्यान, क्या करें और क्या नहीं करें, पढ़ें हर डिटेल
By विनीत कुमार | Published: December 14, 2020 09:03 AM2020-12-14T09:03:23+5:302020-12-14T09:11:09+5:30
Solar Eclipse: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आज (14 दिसंबर) है। ये ग्रहण 5 घंटे से ज्यादा का होगा। ऐसे में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और सूतक काल क्यों इस बार नहीं है, इस बारे में सबकुछ यहां जानिए।
Solar Eclipse: साल 2020 का आखिरी सूर्य ग्रहण आज लगने जा रहा है। ये ग्रहण 5 घंटे से ज्यादा तक होगा पर भारत में नहीं देखा जा सकेगा। दरअसल, जब सूर्य ग्रहण होगा तब भारत में शाम ढल चुकी होगी। खास बात ये भी है कि ये पूर्ण नहीं बल्कि खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा।
ऐसे में आइए बताते हैं कि सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार कब शुरू हो रहा है, ये कब खत्म होगा और किन बातों का ध्यान सूर्य ग्रहण में रखना चाहिए। साथ ही जानते हैं कि क्या सूतक काल क्या इस बार मान्य है?
Surya Grahan 2020: सूर्य ग्रहण 7 बजकर 4 मिनट से होगा शुरू
सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार शाम 7 बजकर 4 मिनट से शुरू होगा और इसका समापन आधी रात के बाद 12 बजकर 23 मिनट पर होगा। इस तरह ये ग्रहण करीब पांच घंटे 20 मिनट का होगा। भारत में इस समय रात होगी। इसलिए सूर्य ग्रहण नहीं देखा जा सकेगा।
ये खंडग्रास सूर्य ग्रहण भी है। इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा। आमतौर पर हिंदू मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतक ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। वहीं, चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले शुरू होता है और ग्रहण के बाद खत्म होता है।
सूतक काल में कोई भी शुभ कार्य करने की मनाही होती है। मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। भागवान की मूर्ति भी छूने की मनाही होती है। इसके अलावा ग्रहण शुरू होने से खत्म होने तक खाना नहीं खाना चाहिए। हालांकि, इस बार ऐसा कोई बंधन नहीं होगा। मंदिर खुले रहेंगे और खान-पान भी किया जा सकता है।
Surya Grahan 2020: ग्रहण में क्या करें और क्या नहीं
इस बार सूर्य ग्रहण को लेकर कोई बंधन नहीं है। हालांकि, कुछ चीजें जरूर हैं जिसका ख्याल रखा जाना चाहिए। दरअसल, मान्यताओं में ग्रहण को कभी भी शुभ नहीं माना गया है।
इसलिए गर्भवती महिलाएं, बच्चों और बुजुर्गों को खास ध्यान रखना चाहिए। हिंदू मान्यताओं के अनुसार गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय घर से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए।
ग्रहण के बाद स्नान-दान करना चाहिए। नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए ग्रहण के समय भगवान का नाम लें और अपने आराध्य की उपासना करना अच्छा होता है।
बताते चलें कि ज्योतिषों के अनुसार इस सूर्य ग्रहण पर बेहद अशुभ गुरु चंडाल योग भी बन रहा है। राहु और गुरु के एक ही स्थान पर बैठने से गुरु चंडाल योग बनता है।