हमारे जीवन में कड़ी मेहनत और काम का जितना महत्व है, उतना ही महत्व आराम को भी देना चाहिए। अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि हर इंसान 24 घंटे में कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद ले। इससे मन प्रसन्न रहता है और काम में भी दिल लगता है। ऐसे में जरूरी है कि हर कोई अच्छी नींद ले। चूकी नींद पर हमारी सेहत और जिंदगी का भविष्य भी टिका है, इसलिए सोने से पहले कुछ खास नियमों का भी पालन करना चाहिए। आइए इनके बारे में जानते हैं।
1. सोने से पहले बिस्तर पर उन सकारात्मक बातों के बारे में सोचे जो आप जीवन में चाहते हैं। इसमें नकारात्मक बातों और चिंताओं को शामिल नहीं करें। ऐसे ही उठने के 15 मिनट बाद का भी समय महत्वपर्ण होता है। इस दौरान अच्छी और सकारात्मक बातों के बारे में सोचने का असर आपकी अपनी जिंदगी पर भी दिखाई देगा और आप सफलता की ओर अग्रसर होंगे।
2. सोने को लेकर दिशा का ज्ञान भी जरूरी है। अपना पैर दक्षिण और पूरब दिशा में कभी नहीं रखें। पैरों को दरवाजों की ओर भी नहीं रखना चाहिए। इससे सेहत और समृद्धि दोनों का नुकसान होने की आशंका रहती है।
3. जूठे मुंह और बगैर पैर धोए नहीं सोना चाहिए। हाथ-पैर धोकर सोने के बाद आप अगले सुबह अनुभव करेंगे कि आपको ज्यादा अच्छी और सुकून भरी नींद आई। ऐसे ही अधोमुख होकर, टूटे हुए पलंग पर, गंदे बिस्तर और घर में नहीं सोना चाहिए।
4. सोने से पहले अपने ईष्ट देव का एक बार ध्यान जरूर करें और उनकी प्रार्थना करने के बाद सो जाएं।
5. रात को सोने से 2 घंटे पहले खाना जरूर खा लेना चाहिए। साथ ही रात का भोजन हमेशा हल्का और सात्विक रखें। खाने के बाद वज्रासन करें, फिर भ्रामरी प्राणायाम करें और आखिर में शवासन करते हुए सोएं।
6. इस बात का भी ख्याल रखें कि जिस बिस्तर पर आप रोज करीब 7-8 घंटे व्यतीत करते हैं, वो मुलायम और आरामदायक हो। चादर और तकिये का रंग ऐसा हो जो आपकी आंखों और मन को शांति और सुकून दे।
7. सीधा यानी पीठ के बल या फिर बाएं करवट होकर सोना सबसे अच्छा होता है। पीठ के बल सोने से शरीर के अधिकांश अंग सामान्य अवस्था में रहते हैं ये सेहत के लिए अच्छा है। पेट के बल सोने से बचें।
पीठ के बल सोने का अभ्यास करना चाहिए। बाएं करवट होकर सोना भी अच्छा है। इससे खाना पचने में आसानी होती है। साथ ही रक्त का बहाव सही तरीके से बना रहता है। दाएं ओर सोने से लिवर, पेट, फेफड़ों आदि पर दबाव बनता है।