भारत में रमजान का पाक महीना जारी है। रमजान इस्लामिक कैलेंडर का 9वां महीना होता है। ऐसा माना जाता है कि इस महीने में जन्नत के दरवाजे खुल जाते हैं और इस महीने की गई इबादत का सवाब 70 गुणा बढ़कर मिलता है। उलेमा बताते हैं कि रमजान के महीने में जो शख्स एक नेकी करता है अल्लाह उसको 70 नेकियों का सवाब देते हैं। इसी तरह जो शख्स एक रुपये की जकात करता है उसे 70 रुपये के बराबर सवाब मिलता है।
सहरी क्या है (What is Suhur or Sehri)
रमजान के पाक महीने में मुस्लिमों द्वारा रोजा रखने से पहले सुबह जल्दी खाने वाले भोजन को सहरी कहा जाता है। इस खाने को फज्र की नमाज से पहले खाया जाता है। इसके बाद रोजा रखने की दुआ पढ़कर रोजा रखा जाता है।
सहरी यानी रोजा रखने की दुआ या रोजा रखने की नीयत (Roza Rakhne Ki Dua - Dua Of Sehri in Hindi)
रोजेदारों को रोजा रखने के लिए रोजा रखें के दुआ पढ़नी होती है। सहरी करने के बाद ये दुआ पढ़ते हैं। दुआ इस प्रकार है- 'व वे सोमे गदिन नवैतो मिन शहरे रमजान' अर्थात् मैंने माह रमजान के कल के रोजे की नियत की। रोजा रखने की दुआ को मुंह से पढ़ना बेहतर माना गया है लेकिन कोई रोजा रखने के लिए 'आज मैं रोजा रखूंगा या कल मैं रोजा रखूंगा' कहकर भी रोजा रख सकता है।
इफ्तार क्या है (Whats is Iftar)
मुस्लिमों द्वारा रमजान के दिनों रोजा खोलने के लिए खाया जाने वाला भोजन इफ्तार कहलाता है। यह रोजेदारों का दिन का दूसरा भोजन होता है, जिसे मगरिब की नमाज से पहले खाया जाता है।
इफ्तार यानी रोजा खोलने की दुआ या रोजा खोलने की नीयत (Roza Kholne Ki Dua - Dua Of Iftar in Hindi)
इस दुआ को इफ्तार के समय रोजा खोलने से पहले पढ़ा जाता है और इसके बाद ही कुछ खाया जाता है। दुआ इस प्रकार है- 'अल्लाहुम्म लका सुम्तो व अला रिज़क़िका अफतरतो'
| 1) भोपालइफ्तार- 19:10 pmसहरी- 04:05 am |
| 2) दिल्लीइफ्तार- 19:14 pmसहरी- 03:50 am |
| 3) लखनऊइफ्तारी- 06:57 pmसहरी- 03:40 am |
| 4) मुंबईइफ्तारी- 07:14 pmसहरी- 04:35 am |
| 5) हैदराबादइफ्तारी- 07:14 pmसहरी- 04:08 am |
| 6) कोलकाता इफ्तारी- 06:48 pmसहरी- 03:25 am |