Raksha Bandhan 2024: इस साल रक्षाबंधन पर रहेगा भद्रा का साया, जानें राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
By रुस्तम राणा | Updated: August 5, 2024 14:20 IST2024-08-05T14:20:45+5:302024-08-05T14:20:45+5:30
इस साल यह त्योहार 19 अगस्त 2024, सोमवार को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई में रक्षा सूत्र बांधकर उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं। बदले में भाई अपनी बहनों को उपहार स्वरूप कुछ न कुछ भेंट करते हैं। इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहने वाला है।

Raksha Bandhan 2024: इस साल रक्षाबंधन पर रहेगा भद्रा का साया, जानें राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
Raksha Bandhan 2024: रक्षा बंधन भारत का एक बड़ा त्योहार है। इसे राखी के नाम से भी जाना जाता है, जो मुख्य रूप से भाई-बहन के बीच प्रेम-समर्पण और विश्वास को दर्शाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, रक्षा बंधन सावन माह की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 19 अगस्त 2024, सोमवार को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई में रक्षा सूत्र बांधकर उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं। बदले में भाई अपनी बहनों को उपहार स्वरूप कुछ न कुछ भेंट करते हैं। इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहने वाला है।
रक्षा बंधन 2024 शुभ मुहूर्त और भद्राकाल का समय
पंचांग के अनुसार, साल 2024 में सावन पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त को (18 अगस्त को देर रात) 03 बजकर 04 मिनट पर शुरू होगी और 19 अगस्त को ही देर रात 11 बजकर 55 मिनट पर समाप्त होगी। रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दिन 01:30 से शुरू होकर रात 09:07 तक रहने वाला हैं। रक्षाबंधन के दिन भद्रा सुबह 05:53 से लेकर दोपहर 01:30 तक रहेगा। इस दौरान शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।
रक्षा बंधन पर शुभ योग
साल 2024 में रक्षाबंधन के दिन एक साथ कई शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन शोभन योग का निर्माण हो रहा है। शोभन योग 20 अगस्त को देर रात 12 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगा। वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का भी निर्माण हो रहा है। दोनों योग का निर्माण प्रातः काल 05 बजकर 53 मिनट पर होगा और समापन सुबह 08 बजकर 10 मिनट पर होगा। बहनें शोभन योग में अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं।
भद्रा काल में राखी नहीं बांधने का कारण
रक्षा बंधन पर भद्रा काल का विशेष ध्यान रखा जाता है। भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ माना गया है। पौराणिक मान्यता है कि लंका पति रावण की बहन ने उसे भद्रा काल में ही राखी बांधी थी और रावण युद्ध में मारा गया था, इसलिए भद्रा काल में राखी नहीं बांधनी चाहिए।