Nag Panchami 2021: नाग पंचमी का त्योहार कल, क्या है महत्व, 108 साल बाद दुर्लभ संयोग, जानें सबकुछ
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 12, 2021 04:46 PM2021-08-12T16:46:21+5:302021-08-12T18:03:11+5:30
Nag Panchami 2021: नाग पंचमी के दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त 13 अगस्त दिन शुक्रवार को प्रातः काल 5:49 बजे से सुबह 8 :27 बजे तक रहेगा
Nag Panchami 2021: नाग पंचमी का त्योहार हर साल सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाता है. इस साल यह 13 अगस्त दिन शुक्रवार को मनाई जायेगी.
सनातन धर्म में नाग पंचमी के त्योहार को कई दृष्टियों से उत्तम माना गया है. इस दिन नाग देवता और सर्पों की पूजा की जाती है. माना जाता है कि सर्पों को अर्पित की जाने वाला पूजा, नाग देवताओं के समक्ष पहुंच जाती है. इसलिए लोग इस अवसर पर, नाग देवता के प्रतिनिधि के रूप में जीवित सर्पों की पूजा करते हैं.
खास है इस साल नाग पंचमी का पर्व
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इस बार पड़ने वाली नाग पंचमी कई मायनों में खास होने वाली है. इस साल नाग पंचमी पर लगभग 108 साल बाद दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है. काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए यह दुर्लभ संयोग अति लाभदायक है.
काल सर्प दोष से मिलेगी मुक्ति
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार काल सर्प दोष पिछले जन्म में किए किसी अशुभ कर्म के कारण बनता है. इस बार नाग पंचमी पर उत्तरा योग और हस्त नक्षत्र का विशेष संयोग बन रहा है. ऐसे में इस दिन काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए की जानें वाली पूजा सबसे अधिक प्रभावशाली होती है.
नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि:
नाग पंचमी के दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त 13 अगस्त दिन शुक्रवार को प्रातः काल 5:49 बजे से सुबह 8 :27 बजे तक रहेगा.
काल सर्प दोष निवारण के लिए नाग पंचमी पर करें ये उपाय
नागपंचमी के दिन भगवान शिव की या नाग-नागिन की प्रतिमा पर दूध अर्पित करें.नागपंचमी के दिन काले तिल, काले उड़द,काली राई, नीला वस्त्र, जामुन, काला साबुन, कच्चे कोयले आदि दान करना चाहिए या इसे बहते हए पानी में प्रवाहित करें. माना जाता है ऐसा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है.
नागपंचमी के दिन नवनाग स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.
चांदी का नाग-नागिन अपने हाथ की मध्यमा उंगली में धारण करें. निश्चित लाभ मिलेगा.
नागपंचमी के दिन विधि पूर्वक पूजा करके शिवलिंग पर तांबे का नाग-नागिन चढ़ाएं.
तांबे के लोटे में नाग के जोड़े डाल कर, बहते जल में प्रवाहित किये जा सकते हैं.
नागपंचमी के दिन जातक अपने घर में राहु यंत्र रखें.
जातक नागपंचमी के दिन काल सर्प दोष निवारण यन्त्र घर में स्थापित कर इसे धारण करें.