Mauni Amavasya 2024: कल सर्वार्थसिद्धि और वारियान योग में मनाई जाएगी मौनी अमावस्या, जानें महत्व
By रुस्तम राणा | Published: February 8, 2024 01:56 PM2024-02-08T13:56:37+5:302024-02-08T13:56:37+5:30
इस बार मौनी अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही वारियान योग का अद्भुत संयोग बनेगा। इस संयोग पर भगवान विष्णु की पूजा विशेष शुभ मानी जाती है।
Mauni Amavasya 2024: मौनी अमावस्या माघ कृष्ण पक्ष में आने वाली अमावस्या को कहा जाता है। इस माघ अमावस्या भी कहते हैं। धार्मिक दृष्टि से मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान और फिर दान करने से बहुत पुण्य मिलता है। इस दिन पितरों को तर्पण करने की भी परंपरा है। इस साल मौनी अमावस्या 9 फरवरी, शुक्रवार को है। इस बार मौनी अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही वारियान योग का अद्भुत संयोग बनेगा। इस संयोग पर भगवान विष्णु की पूजा विशेष शुभ मानी जाती है।
मौनी अमावस्या तिथि
मौनी अमावस्या प्रारंभ - 9 फरवरी को सुबह 08:02 बजे शुरू होगी
मौनी अमावस्या समाप्त - 10 जनवरी को सुबह 04:28 बजे समाप्त
मौनी अमावस्या पर शुभ संयोग
इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण सुबह 07:05 बजे शुरू होगा और रात 11:29 बजे समाप्त होगा। वहीं, शाम 07.08 बजे से वरियान योग शुरू होगा। मान्यतानुसार इन योगों में पूजा, जप, तप और दान करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
मौनी अमावस्या में रखा जाता है मौन व्रत
हिंदू धार्मिक शास्त्रों में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है। कहते हैं मुख से ईश्वर का जाप करने से जितना पुण्य मिलता है, उससे कई गुना ज्यादा पुण्य मौन रहकर जाप करने से मिलता है। मौनी अमावस्या के दिन अगर दान से पहले सवा घंटे तक मौन रख लिया जाए तो दान का फल 16 गुना अधिक बढ़ जाता है और मौन धारण कर व्रत व्रत का समापन करने वाले को मुनि पद की प्राप्ति होती है। मौन रहकर स्नान दान करने से व्रती के जन्मों जन्मों के कष्ट मिट जाते हैं।
मौन व्रत के समय रखें इन बातों का रखें ध्यान
इस दिन नहाते समय और नहाने से पहले तक कुछ न बोलें, मौन रहें। ध्यान रहे घर में कलह का माहौल न बनने दें और झगड़े, विवादों से बचना चाहिए। किसी से झूठ या कड़वे वचन नहीं बोले। मौनी अमावस्या का व्रत रखने वाले लोगों को इस दिन किसी प्रकार का श्रृंगार भी नहीं करना चाहिए। इस दिन संयमित रहना भी जरूरी है। अमावस्या पर स्त्री-पुरुष को शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए। साथ ही शराब, मांस जैसी चीजों से दूर रहें।