कहते हैं कि जीवन में दुख का दिन अत्यधिक समय तक रहता है और सुख झट बीत जाता है। सुख और दुख जीवन के दो ऐसे पहलू हैं जो हमारे वास्तविक जीवन को दर्शाते हैं। जब हमारे दुख के दिन आते हैं तो हम सबसे पहले भगवान को याद करते हैं और सुख में भी भगवान को इसलिए याद करते हैं ताकि दुख कभी न आए। अक्सर दुख के दिनों में इंसान खुद कोसता है और समय को भी कोसता है। मंत्र हमारे जीवन में बहुत महत्व रखतें। अगर आप अपने जीवन को खुशहाल और संकट मुक्त बनाना चाहते हैं तो आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
मंत्र - ऊँ रां रां रां रां, रां रां रां रां, कष्टं स्वाहा
कैसे और कब करें इस मंत्र का जाप
1 .मंत्र का जाप करने से पहले भगवान श्री राम का पूजा कर लें। 2. इस मंत्र का जाप दिन में 108 बार करना चाहिए। 3. इस मंत्र को 21 दिन से अधिक न करें। 4. मंत्र का जाप एकांत जगह पर करना चाहिए।5. कम से कम एक माला जप अवश्य करें।
मंत्र से लाभ21 दिन मंत्र का जाप करने के बाद आपको अपने जीवन में परिवर्तन दिखने लगेगा। धीरे-धीरे कष्ट दूर होंगे और दिन-ब-दिन आपकी तरक्की होगी।