Shivratri: मासिक शिवरात्रि आज, जानिए आधी रात में कब से है शुभ मुहूर्त और क्या है पूजा की विधि
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 23, 2020 07:26 AM2020-01-23T07:26:53+5:302020-01-23T07:26:53+5:30
Shivratri: माघ मास की मासिक शिवारात्रि आज है। इस दिन निराहार रहकर व्रत का पालन किया जाता है। महाशिवरात्रि की तरह मासिक शिवरात्रि में भी रात में शिवजी की पूजा का महत्व बहुत अधिक है।
Shivratri: माघ मास की मासिक शिवरात्रि का व्रत आज है। इसे हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को किया जाता है। इसलिए इसे शिव चतुर्दशी भी कहा गया है।
ऐसी मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से भगवान शिव खुश होते हैं और उनकी कृपा साधक पर बरसती है। शिव को कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का स्वामी भी कहा गया है इसलिए इस दिन भगवान शिव की पूजा जरूर करनी चाहिए। इस दिन शिवजी के साथ-साथ उनके परिवार की भी अराधना करनी चाहिए।
Shivratri: मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि
मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि महाशिवरात्रि की ही तरह है। महाशिवरात्रि की तरह मासिक शिवरात्रि में भी रात में शिवजी की पूजा का महत्व बहुत अधिक है। बहरहाल, मासिक शिवरात्रि के दिन शिव के साथ माता पार्वती, गणेश जी, कार्तिकेय जी एवं शिवगणों की पूजा करें।
शिवजी का अभिषेक जल, दूध, दही, शुद्ध घी, शहद, शक्कर या चीनी, गंगाजल तथा गन्ने के रसे आदि से करें। शिवजी को बेलपत्र, समी पत्र, कुशा तथा दुर्बा आदि चढ़ाया जाता है। साथ ही गांजा, भांग, धतूरा भी शिव जी को भोग के रूप में समर्पित किया जाता है।
Shivratri: माघ मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त
शिव चतुर्दशी के दिन निराहार रहकर व्रत का पालन किया जाता है। इस बार रात में शिवजी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त आज रात में 12.25 बजे से 1.16 बजे तक का है। वैसे चतुर्दशी की शुरुआत हो चुकी है। यह बुधवार देर रात 1.48 बजे से शुरू हुई और इसका समापन आज रात 2.17 (24 जनवरी) बजे हो जाएगा।
ऐसी मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत जो भी व्यक्ति पूरी श्रद्धा से करता है, उसके सभी पाप नष्ट होते हैं। इस व्रत की महिमा से व्यक्ति दीर्घायु, ऐश्वर्य, आरोग्य, संतान और विद्या प्राप्त कर आखिर में शिवलोक जाता है।