गायत्री मंत्र का जाप करते समय भूलकर भी ना करें ये 5 बड़ी गलतियां, जीवन में छा जाएगी दरिद्रता
By मेघना वर्मा | Published: November 19, 2019 10:04 AM2019-11-19T10:04:19+5:302019-11-19T10:04:19+5:30
वेदों के अनुसार अगर आप दिन में तीन बार गायत्री मंत्र का जाप करें तो आस-पास नाकारात्मक शक्तियां कभी नहीं आएगी। सिर्फ यही नहीं अगर नौकरीपेशा हैं या विद्यार्थी हैं तो गायत्री मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।
दैनिक पूजन में जातक नित्य अपने आराध्य देव की पूजा करता है और वैदिक मंत्रोच्चारण करता है। इन मंत्रों में वेदों का मंत्र यानी गायत्री मंत्र का जाप करने का विधान है। माना जाता है कि रोजाना गायत्री मंत्र करने से सभी तरीके के कष्ट दूर हो जाते हैं और ऊपरवाले की कृपा हमेशा बनी रहती है।
वेदों के अनुसार अगर आप दिन में तीन बार गायत्री मंत्र का जाप करें तो आस-पास नाकारात्मक शक्तियां कभी नहीं आएगी। सिर्फ यही नहीं अगर नौकरीपेशा हैं या विद्यार्थी हैं तो गायत्री मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। मगर क्या आप जानते हैं गायत्री मंत्र का जाप करते समय भी कुछ चीजों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है।
आइए आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ नियम जिन्हें गायत्री मंत्र का जाप करते हुए आपको जरूर ध्यान में रखना चाहिए।
गायत्री मंत्र का जाप करते समय ध्यान में रखें ये 5 बातें
1. गायत्री मंत्र पढ़ते समय कभी भी खड़े ना रहें। गायत्री मंत्र को हमेशा किसी आसन पर बैठकर और शांति वाली जगह पर पढ़ना चाहिए।
2. गायत्री मंत्र का जाप सूर्योदय से दो घंटे पहले और सूर्यास्त से एक खंटे तक किया जाना चाहिए। इसे कभी भी दिन में 12 बजे के बाद नहीं पढ़ना चाहिए। ऐसा करना अपशगुन माना जाता है।
3. गायत्री मंत्र को कभी भी किसी भी समय पर नहीं करना चाहिए। गायत्री मंत्र को नहा-धोकर और साफ-सुथरे कपड़े पहनकर ही करना चाहिए।
4. गायत्री मंत्र का जाप कभी भी एक बार नहीं करना चाहिए। या तो इसे 21 बार करें या 51 बार या फिर 108 बार। एक बार गायत्री मंत्र को पढ़ना सही नहीं माना जाता।
5. गायत्री मंत्र को कभी जल्दबाजी में नहीं पढ़ना चाहिए। इसे इत्मीनान से आराम से पढ़ना चाहिए। इसके महत्व और अर्थ को समझकर ही उच्चारण करना चाहिए।