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Kedarnath Dham Yatra 2025: केदारनाथ जाने वाले यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें, घोड़े-खच्चरों पर लगी 24 घंटे की रोक; जानें क्यों

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 6, 2025 08:25 IST

Kedarnath Dham Yatra 2025: बाबा केदारनाथ की मूर्ति एक मई को केदारनाथ धाम पहुंची और दो मई की सुबह श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए।

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Kedarnath Dham Yatra 2025: उत्तराखंड में इस समय चार धाम यात्रा चल रही है जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। चारों धामों में से एक केदारनाथ धाम भगवान शिव के मंदिर के रूप में रुद्रप्रयाग जिले में स्थापित है। जिसकी लोकप्रियता काफी ज्यादा है।  

केदारनाथ जानें के लिए इस समय हजारों की संख्या में भक्त केदारनाथ की यात्रा कर रहे हैं लेकिन यात्रा को लेकर एक अपडेट जारी हुआ है जिससे यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई है। 

दरअसल, एक अधिकारी ने बताया कि केदारनाथ यात्रा में घोड़ों और खच्चरों के इस्तेमाल पर 24 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन ने यहां कुछ घोड़ों और खच्चरों की मौत की सूचना दी।

पशुपालन (उत्तराखंड) के सचिव बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने सोमवार को कहा, "कल, आठ घोड़ों और खच्चरों की मौत हो गई, जबकि आज, उनमें से छह की मौत हो गई। हम इसके पीछे के कारण का पता लगाना चाहते थे। कल, केंद्र से एक टीम भी मौतों के कारणों की जांच करने आएगी।"

इस बीच, 1 मई को केदारनाथ यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू हुईं। अधिकारियों के अनुसार, तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाजनक यात्रा विकल्प प्रदान करने के लिए उत्तराखंड के सोनप्रयाग से सेवाएं शुरू हुईं। हेलीकॉप्टर ऑपरेटर पवन राणा ने कहा, “आईआरसीटीसी पर ऑनलाइन टिकट उपलब्ध हैं, जबकि ऑफलाइन टिकट जिला मजिस्ट्रेट या सेक्टर मजिस्ट्रेट के माध्यम से प्राप्त किए जा सकते हैं। हम रोजाना लगभग 20 से 30 शटल संचालित करते हैं, जो 150 से अधिक तीर्थयात्रियों की सेवा करते हैं।”

उन्होंने कहा कि उड़ान संचालन मौसम की स्थिति के अधीन है। मौसम साफ रहा तो हम रोजाना 25 से 30 उड़ानें संचालित कर सकते हैं। खराब मौसम की स्थिति में टिकट रद्द कर दिए जाते हैं और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है। सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं और उड़ान से पहले हर यात्री को पूरी जानकारी दी जाती है।

राणा ने यह भी बताया कि रोजाना करीब 150 ऑनलाइन बुकिंग की जाती है और एक महीने के लिए एडवांस बुकिंग खुली रहती है। बाबा केदारनाथ की मूर्ति 1 मई को केदारनाथ धाम पहुंची और 2 मई की सुबह श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार 30 अप्रैल को यमुनोत्री पहुंचे, जहां अक्षय तृतीया के अवसर पर यमुनोत्री धाम तीर्थयात्रियों के लिए खोला गया। पत्रकारों से बात करते हुए धामी ने कहा, हम हर पहलू से स्थिति पर नजर रख रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चार धाम यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

यमुनोत्री धाम की यात्रा अन्य धामों की तुलना में थोड़ी अधिक चुनौतीपूर्ण है। इसके लिए हम मास्टर प्लान बनाने पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किए गए व्यापक विकास कार्यों के परिणामस्वरूप 2014 के बाद से चार धाम की तीर्थयात्रा में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

टॅग्स :केदारनाथउत्तराखण्डChar Dham Yatraभगवान शिव
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