Kamada Ekadashi 2024 Date: कामदा एकादशी व्रत है? जानें व्रत विधि, शुभ मुहूर्त, पारण का समय
By रुस्तम राणा | Published: April 13, 2024 03:38 PM2024-04-13T15:38:47+5:302024-04-13T15:38:47+5:30
Kamada Ekadashi 2024: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु की कृपा से कामदा एकादशी का व्रत करने वाले को बैकुंड जाने का सौभाग्य मिलता है। इस व्रत को करने से राक्षस योनी से मुक्ति मिलती है।
Kamada Ekadashi 2024: हिन्दू पंचांग के अनुसार, चैत्र शुक्ल एकादशी तिथि को कामदा एकादशी कहते हैं। यह हिन्दू नव वर्ष का पहला एकादशी व्रत होता है। हिन्दू धर्म में कामदा एकादशी का बड़ा महत्व है। मान्यता है कि कामदा एकादशी व्रत करने से व्यक्ति के समस्प पापों का नाश होता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु की कृपा से कामदा एकादशी का व्रत करने वाले को बैकुंड जाने का सौभाग्य मिलता है। इस व्रत को करने से राक्षस योनी से मुक्ति मिलती है।
कब है हिंदू नववर्ष की पहली एकादशी 2024?
हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 18 अप्रैल दिन गुरुवार को शाम 05 बजकर 31 मिनट पर शुरू होगी, जबकि इसका समापन 19 अप्रैल दिन शुक्रवार को रात 08 बजकर 04 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार, इस साल कामदा एकादशी का व्रत 19 अप्रैल शुक्रवार को रखा जाएगा।
कामदा एकादशी 2024 मुहूर्त
कामदा एकादशी के दिन का ब्रह्म मुहूर्त प्रात: 04 बजकर 23 मिनट से सुबह 05 बजकर 07 मिनट तक है। वहीं अभिजित मुहूर्त यानी उस दिन का शुभ मुहूर्त 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक है। व्रत रखने वाले जातक 20 अप्रैल को पारण कर सकेंगे। उस दिन पारण का समय सुबह 05 बजकर 50 मिनट से सुबह 08 बजकर 26 मिनट तक रहेगा।
कामदा एकादशी की पूजा विधि
एकादशी के दिन नहा-धोकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
दाहिने हाथ में जल लेकर कामदा एकादशी का संकल्प लें।
अब पूजा स्थान पर बैठ भगवान विष्णु की प्रतीमा की स्थापना करें।
फिर चंदन, अक्षत, फूल, धूप, गंध, दूध, फल, तिल, पंचामृत आदि से विधिपूर्वक भगवान की पूजा करें।
अब कामदा एकादशी की कथा कहें।
पूजा समापन के समय भगवान विष्णु की आरती करें।
बाद में प्रसाद का वितरण करें।