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24 जून को मनाई जाएगी ज्येष्ठ पूर्णिमा, विष्णु पूजन से पूरी होगी सारी मनोकामनाएं, जानें कब है शुभ मुहुर्त

By दीप्ती कुमारी | Updated: June 23, 2021 10:46 IST

इस बार ज्येष्ठ पूणिमा का पावन दिन 24 जून 2021 गुरुवार को ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को है । शास्त्रों में इस दिन का खास महत्व है । इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती है ।

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ठळक मुद्दे24 जून को पड़ रहा है ज्येष्ठ पूर्णिमा का शुभ दिनइस बार गुरूवार को करें विष्णु अराधना, मिलेगा मनचाहा फल ज्येष्ठ पूर्णिमा की शुभ तिथि 24 जून सुबह 3 बजे से 25 जून रात 12 बजे तक रहेगी

मुंबई :  ज्येष्ठ मास को धर्म कर्म की दृष्टि से विशेष माना गया है । पंचांग के अनुसार 24 जून 2021 गुरुवार को ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है । इसी तिथि को ज्येष्ठ पूर्णिमा कहा जाता है । ज्येष्ठ पूर्णिमा के व्रत को बेहद पवित्र माना गया है । इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा अर्चना की जाती है ।  पूर्णिमा का व्रत सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना गया है ।

ज्येष्ठ पूर्णिमा के लिए शुभ मुहूर्त

ज्येष्ठ पूर्णिमा के लिए शुभ मुहुर्त तिथि का आरंभ 24 जून, गुरुवार को प्रात: 03 बजकर 32 मिनट से होगा । वहीं  25 जून, शुक्रवार को रात्रि 12 बजकर 09 मिनट पर यह समाप्त हो जाएगा । शास्त्रों में इस दिन को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है ।

 ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत का महत्व

शास्त्रों के अनुसार ज्येष्ठ पूर्णिमा पर भगवान विष्णु को समर्पित करते हुए व्रत एवं पूजन करने का विधान है । पूर्णिमा के व्रत में पवित्र नदी में स्नान और दान का काफी महत्व होता है परन्तु कोरोना महामारी के कारण नदियों में जा कर स्नान करना संभव न हो, तो नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर नहाने से भी गंगा स्नान का पुण्य मिलता है । ज्येष्ठ पूर्णिमा का स्थान सात विशेष पूर्णिमा में आता है । इस दिन भगवान विष्णु का व्रत करने से सभी कष्ट एवं संकट समाप्त होते हैं तथा सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है ।

ज्येष्ठ पूर्णिमा पूजन विधि

पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान से पहले व्रत का संकल्प लें । इस दिन सुबह जल्दी स्नान कर भगवान विष्णु का व्रत रखना चाहिए । रात में चंद्रमा को दूध और शहद मिलाकर अर्घ्य देना चाहिए । इससे भक्तों के सभी रोग और कष्ट दूर हो जाते हैं । इससे श्रद्धालुओं की सभी मनोकामना पूरी होती है और उन्हें जीवन में किसी चीज की कमी नहीं रहती । अंत में ब्राह्मणों को दान-दक्षिणा दें । 

टॅग्स :पूर्णिमाभगवान विष्णु
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