Janmashtami 2020: नाथद्वारा में श्रीकृष्ण जन्म पर होगी 21 तोपों की सलामी
By धीरेंद्र जैन | Published: August 12, 2020 06:53 PM2020-08-12T18:53:39+5:302020-08-12T18:53:39+5:30
नाथद्वारा ब्रज संस्कृति से ओतप्रोत होने के कारण, यहां के रीति-रिवाज उत्सव-त्यौहार सभी पर ब्रजभूमि की सांस्कृतिक परम्पराओं की छाप स्पष्ट दिखाई देती है।
जयपुर। 12 अगस्त। नाथद्वारा ब्रज संस्कृति से ओतप्रोत होने के कारण, यहां के रीति-रिवाज उत्सव-त्यौहार सभी पर ब्रजभूमि की सांस्कृतिक परम्पराओं की छाप स्पष्ट दिखाई देती है। वल्लभ संप्रदाय की प्रधान पीठ नाथद्वारा में आज सुबह शंखनाद के बाद मंगला आरती के साथ जन्माष्टमी पर्व की शुरुआत हुई। वहीं गुरूवार को नंदोत्सव मनाया जाएगा।
इस दौरान कोरोना काल के चलते मंदिर भक्तों के लिए बंद रखा गया। मंगला आरती के दौरान ठाकुर जी को धोती-कपड़े धारण कराए गए। उनके तिलक-अक्षत लगाए गए। जिसके बाद पंचामृत से स्नान कराया गया। निश्चित समय जन्म होने पर घंटानाद होगा। मोतीमहल की प्राचीर से दो-तीन बार जन्म होने की सूचना स्वरूप दुुंदुभि बजाई जाएगी। जिसके साथ प्रभु को 21 बार तोपों से सलामी दी जाएगी। वहीं जयपुर के आराध्यदेव श्रीगोविन्ददेवजी मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान गोविन्ददेव जी का 31 लीटर दूध, 21 किलो दही, 2 किलो घी, 10 किलो बूरा और 2 किलो शहद से बने पंचामृत से अभिषेक किया जाएगा वहीं गुरूवार को नंदोत्सव में श्रीकृष्ण जन्म की बधाई बांटी जाएगी।
कोरोना के कारण इस बार लोग मंदिर में दर्शन नहीं कर पाएंगे। लेकिन भक्तों के लिए लाइव प्रसारण की व्यवस्था की गई है। कोरोना के चलते मंदिर में लोगों का प्रवेश निषेध रहेगा, लेकिन मंदिर परिसर में सभी कार्यक्रम होंगे। मंदिर में एंट्री की सभी जगहों को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया।