भगवान धन्वंतरि का आगमन पर्व है धनतेरस, लेकिन कौन थे ये और क्यों की जाती है इनकी पूजा, जानें यहां
By गुलनीत कौर | Published: November 5, 2018 02:21 PM2018-11-05T14:21:26+5:302018-11-05T14:21:26+5:30
पुराणों में वर्णित एक कथा के मुताबिक जब सभी देवता और दैत्य क्षीरसागर का समुद्र मंथन कर रहे थे उसमें से मूल्यवान वस्तुओं के अलावा भगवान धन्वंतरि भी प्रकट हुए थे।
हिन्दू धर्म में हर साल दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। इस साल 5 नवंबर को धनतेरस और इसके बाद 7 नवंबर को दिवाली का त्यौहार देशभर में मनाया जाएगा। शाम 4:30 से 6:30 बजे तक धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त है।
एक पौराणिक कथा के अनुसार धनतेरस पर्व को भगवान धन्वंतरि के आगमन दिवस के रूप में मनाया जाता है। लेकिन कौन हैं भगवान धन्वंतरि? इनकी पूजा करने के पीछे क्या मान्यता है? इनकी पूजा से क्या लाभ मिलता है? आइए जानते हैं:
कौन थे भगवान धन्वंतरि?
पुराणों में वर्णित एक कथा के मुताबिक जब सभी देवता और दैत्य क्षीरसागर का समुद्र मंथन कर रहे थे उसमें से मूल्यवान वस्तुओं के अलावा भगवान धन्वंतरि भी प्रकट हुए थे। कहते हैं कि जब वे प्रकट हुए थे उनके एक हाथ में सोबे-चांदी के बर्तन थे और दूसरे में जड़ी-बूटियां थीं।
यही कारण है कि धनतेरस के दिन लोग सोने-चांदी के बरतना, आभूषण और अन्य वस्तुओं की खरीदारी करते हैं। लेकिन बहुत ही कम लोग इसदिन अपने लिए आयुर्वेद से जुड़ी चीजों की खरीदारी करते हैं।
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लोग केवल इस मान्यता को जानते हैं कि धनतेरस पर सोने-चांदी या अन्य धातु की वस्तुओं को खरीदने से भगवान धन्वंतरि की कृपा होती है, लेकिन साथ ही अगर आप अपने स्वास्थ्य को सही बनाने वाली चीजों को भी लेंगे तो भगवान धन्वंतरि अधिक प्रसन्न होते है।
भगवान धन्वंतरि धन और स्वास्थ्य के देवता माने जाते हैं। उनके मुताबिक जिस मनुष्य ने अपने जीवन में इन दो चीजों को संभाला लिया, वही सफल मनुष्य है। और ऐसे मनुष्य पर भगवान धन्वंतरि की कृपा हमेशा बनी रहती है।
धनतेरस पर लोग करते हैं ये काम:
- धनतेरस पर भारत के विभिन्न क्षेत्रों के हिसाब से अपनी एक मान्यता प्रचलित है लेकिन साधारणतः लोग इसदिन सोने-चांदी के बर्तन, आभूषण या अन्य धातु से बनी वस्तुओं की खरीदारी करते हैं
- कुछ लोग इसदिन धनिया के बीज खरीदकर इन्हें मिट्टी में बोते हैं। चूंकि भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद के देवता भी कहा जाता था, इसलिए इसदिन धनिया का ऐसा प्रयोग शुभ माना जाता है
- धनतेरस के दिन झाडू खरीदने की भी मान्यता होती है। इसके पीछे कई सारी मान्यताएं प्रचलित हैं जिसका हिन्दू धर्म के अनुयायी श्रद्धा से पालन करते हैं
- धनतेरस पर पूजा-पाठ के अलावा लोग दान-पुण्य करने में भी विशवास करते हैं
- धनतेरस पर भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की मूर्ति खरीदने की भी मान्यता होती है। कहते हैं कि इसदिन इनकी प्रतिमा या तस्वीर घर में लाने से इन दोनों की कृपा प्राप्त होती है