दीपावली के ठीक दो दिन बाद भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है। भाई और बहन के इस सबसे पावन त्योहार को इस बार 9 नवंबर को मनाया जाएगा। इस त्योहार में बहनें अपने भाई को टीका काढ़ती हैं और उनकी सफलता के लिए प्रार्थना करती हैं। भाई दूज पर भाई-बहन बचनप की खट्टी-मिट्ठी यादों, एक दूसरों के प्रति प्यार- दुलार और बचपन की शरारत भरी यादों के साथ एक दूसरें को बधाई संदेश भेजकर विश कर सकते हैं।
ये बहना चाहे भाई का दुलार उसे नहीं चाहिए कोई कीमती उपहाररिश्ता अटूट रहे चिरकाल तकमिले मेरे भैय्या को खुशियां अपरंपारभाई दूज की मंगलकामना।।
दिल की यह कामना है कि आपकी ज़िंदगी खुशियों से भरी हो कामयाबीआपके कदम चूमे और हमारा यह बंधन सदा ही प्यार से भरा रहे भाई दूज की शुभकामनाएं।।\
भाई दूज का है ये त्यौहार लाए बहन खुब सारा प्यारसदा सलामत रहे भाई मेरा सुख दुःख में दे साथ मेरातुम बहन को भूलो कभी ना पर्व उत्सव में बुलाना हमेशामेरा आशीष सदा संग तेरे है दुआ का हाथ सदा सर तेरे।।
आशा और आशीष यही कि आपका जीवन खुशियों से भरा होसफलता आपके साथ रहे और बंधन हमारा अटूट भाई दूज की शुभकामनाएं।।
बचपन के वो प्यारे दिनवो झूले वो आम के पेड़खुशियों से भरा रहे आपका जीवनईश्वर आपको ये सौगात दे।भाई दूज की बधाई।।
छोटी-छोटी यादें सबका दुलारप्यार की फुहारें, ममता की बौछारमुबारक हो आपको, भैया दूज का त्योहार।।
याद है हमारा वो बचपन वो लड़ना-झगड़ना और मनानायही होता है भाई बहिन का प्यारइसी प्यार का प्रतिक है भाई दूज का त्यौहार भाई दूज की शुभकामनाएं।।
भाई दूज की मान्यताएं
मान्यता ये भी है कि जो भाई इस दिन अपने बहन के घर भोजन करता है वो साल भर हर परेशानी से दूर रहता है। किसी तरह का भय उसे नहीं सताता और उसे शत्रुओं का भी डर नहीं रहता। भाई दूज के दिन को यमुना और उनके भाई यमराज से जोड़ा जाता है। कहा जाता है कि एक बार यमुना ने अपने भाई को अपने यहां खाने पर बुलाया था।