राजनीतिक गलियारों में आएदिन पीएम नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की दोस्ती के चर्चे होते रहते हैं। दोनों की दोस्ती में ऐसा क्या खास है जो किसी अन्य पार्टी में देखने को नहीं मिलता है? इतने उतार-चढ़ाव के बावजूद भी कैसे ये दोस्ती बनी हुई है? दोनों में कौन है जो ज्यादा पॉवरफुल है? ऐसे तमाम सवाल राजनीतिक पार्टियों के साथ आम लोगों के मन में भी उठते हैं।
नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की दोस्ती
इन दोनों की दोस्ती बहुत पुरानी है। लेकिन इसके बावजूद सफल भी है। और इसके पीछे का रहस्य इन दोनों के अलावा शायद ही कोई जानता होगा। लेकिन अगर आप सच जानना चाहते हैं तो इसमें ज्योतिष शास्त्र मददगार साबित हो सकता है। 'सन साइन' यानी एस्ट्रोलॉजी में Zodiac Sign की मदद से मोदी-शाह की दोस्ती के रहस्य को जाना जा सकता है। आइए जानें कैसे:
मोदी-शाह का Zodiac Sign
पीएम नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर को आता है, तो इस हिसाब से कन्या यानी Virgo उनका राशि चिह्न (सन साइन) है। दूसरी ओर अमित शाह का जन्मदिन 22 अक्टूबर का होता है। तो उनका सन साइन तुला यानी Libra हुआ। अब कन्या और तुला राशि के बीच दोस्ती के क्या मायने हैं, दोनों की दोस्ती कितनी पक्की होती है, ये दोनों दोस्ती में एक दूसरे के प्रति कितने वफादार होते हैं और दोनों में से कौन है जो दूसरे पर हावी होता है, आइए जानते हैं।
एस्ट्रोलॉजी की परिभाषा
नरेन्द्र मोदी का सन साइन कन्या है, जिस वजह से बुध इनका स्वामी ग्रह हुआ। बुध की कृपा से इस राशि के लोगों की वाणी तेज तर्रार और बेहद प्रभावी होती है। उधर दूसरी ओर अमित शाह का सन साइन तुला है, इनका स्वामी ग्रह शुक्र है। इसकी कृपा से ये लोग आकर्षक व्यक्तित्व वाले होते हैं। जीवन में सतुलन पसंद करते हैं। वर्गो एक अर्थ साइन है और तुला एयर साइन है, इस हिसाब से दोनों राशि चिह्नों की दोस्ती सही मानी जाती है।
Zodiac साइन के अनुसार मोदी-शाह की दोस्ती के 7 स्ट्रांग प्वाइंट
1. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कन्या और तुला, ये दो ऐसे राशि चिह्न है जिनकी यदि दोस्तों हो जाए तो अच्छी चलती है और लंबी भी चलती है2. इनकी दोस्ती में ठहराव होता है। ये दोनों ही हर रिश्ते में ठहराव को पसंद करने वाले होते हैं3. इसके बाद पसंद की बात करें तो जिंदगी को लेकर दोनों का एक जैसा निश्चय हो सकता है। ऐसे लोग पार्टनरशिप में अच्छा काम कर सकते हैं। नरेन्द्र मोदी और अमित शाह दोनों ही राजनीतिज्ञ हैं और के ही पार्टी में होने से पार्टनर की तरह काम करते हैं4. दोस्ती में ये दो राशि चिह्न एक दूसरे की तारीफ़ करते हुए दिखते हैं। एक दूसरे के प्रयासों की सराहना करते हैं5. मिलकर काम करना इन्हें पसंद है। अमूमन परिस्थितियों में तुला राशि का व्यक्ति कन्या राशि के व्यक्ति को कार्य को सफल बनाने में मदद करता है6. कन्या राशि के व्यक्ति को तुला राशि की समझदारी और तुला राशि के व्यक्ति को कन्या राशि के व्यक्ति का काम करने का सलीका बेहद पसंद आता है7. दोनों की सोच भले ही अलग होती है लेकिन अपनी अलग सोच को मिलकर ये लोग एक बनाते हैं और काटी को सफल बनाने का प्रयत्न करते दिखते हैं
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Zodiac साइन के अनुसार मोदी-शाह की दोस्ती के 7 निगेटिव प्वाइंट
1. कन्या राशि के लोग मेहनती होते हैं, लेकिन तुला राशि के लोग आराम पसंद होते हैं2. जब काम की बात आती है कन्या राशि के लोग उसमें डूब जाना पसंद करते हैं लेकिन दूसरी ओर तुला राशि के लोग केवल दिमाग चलाने का ही काम करते हैं3. अगर ये दोनों मिलकर काम करें तो कई बार दोनों की पसंद और स्वभाव के अंतर के कारण परेशानियां आ जाती हैं4. कन्या राशि के व्यक्ति का तुनकमिजाजी व्यवहार और तुला राशि के व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति को कंट्रोल करते हुए चलने का रवैया इन दोनों की दोस्ती में दरार लाता है5. अगर कुल मिलाकर कन्या और तुला राशि की दोस्ती की बात करें तो ऐसी दोस्ती में आपको अमूमन तुला राशि का व्यक्ति ही कन्या राशि के व्यक्ति पर हावी होता हुआ दिखेगा6. यही कारण है कि कई बार कन्या राशि के व्यक्ति के चिड़चिड़ापन आ जाता है जो तुला राशि के व्यक्ति को रास नहीं आता है7. अगर कोई नया काम करना हो तो शुरुआत तुला राशि का व्यक्ति करता है और कन्या राशि का व्यक्ति ज्यादा शिकायत ना करते हुए उस काम का हिस्सा बनता है