Akshaya Tritiya 2020: कब है अक्षय तृतीया? सोना खरीदने के लिए ये है शुभ समय, जानिए कुछ जरूरी बातें
By मेघना वर्मा | Published: April 13, 2020 11:22 AM2020-04-13T11:22:13+5:302020-04-13T11:53:05+5:30
कब है अक्षय तृतीया 2020: पुराणों में लिखा है कि अक्षय तृतीया के दिन पितरों का तर्पण तथा पिन्डदान के साथ दान, अक्षय फल प्रदान करना शुभ होता है।
वैसाख माह के शुरू होते ही तीज और त्योहार का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इन्हीं में से एक है मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को पड़ने वाला अक्षय तृतीया पर्व। इस दिन को इतना शुभ माना जाता है कि आप सालों से रुके हुआ काम को भी इस दिन कर सकते हैं। सिर्फ यही नहीं माना ये भी जाता है कि इस दिन किए हुए सारे काम सफल होते हैं।
अक्षय तृतीया इस साल 26 अप्रैल को पड़ रही है। इसे मां लक्ष्मी का दिन भी कहा जाता है। मान्यता है इस विशेष पर्व पर सोना खरीदने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। इस दिन दान का भी काफी महत्व बताया जाता है। अक्षय तृतीया पर बगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और कुबेर जी की पूजा होती है।
अक्षय तृतीया मुहूर्त
अक्षय तृतीया - 26 अप्रैल
अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त - 05:48 से 12:19 तक
सोना खरीदने का शुभ समय - 05:48 से 13:22 तक
तृतीया तिथि प्रारंभ - 11:51 (25 अप्रैल)
तृतीया तिथि समाप्ति - (26 अप्रैल)
पितरों का कर सकते हैं तर्पण
पुराणों में लिखा है कि अक्षय तृतीया के दिन पितरों का तर्पण तथा पिन्डदान के साथ दान, अक्षय फल प्रदान करना शुभ होता है। इस दिन गंगा स्नान करने से भगवत पूजन से समस्त पाप भी नष्ट हो जाते हैं। इस दिन किया गया चप, तप, हवन, स्वाध्याय और दान भी अक्षय हो जाता है। ये तिथि रोहिणी नक्षत्र के दिन आए तो इस दिन किए गए दान, जप-तप का फल भी अधिक बढ़ जाता है।
अक्षय तृतीया पूजा विधि
1. अक्षय तृतीया के दिन सुबह स्नानादि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
2. इसके बाद श्री विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा पर अक्षत चढ़ाना चाहिए।
3. भगवान को कमल के पुष्प या श्वेत गुलाब, धूप-अगरबत्ती और चन्दन इत्यादि से पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
4. नैवेद्य के रूप में जौ, गेंहूं या सत्तू, ककड़ी, चने की दाल आदि चढ़ा सकते हैं।
5. इसके बाद पूरे विधि विधान से पूजा करें।
6. ब्राह्मणों को भोजन करवाने की भी परंपरा है।
7. अक्षय तृतीया के दिन दान जरूर करें।