Adhik Maas 2023: सावन माह में 19 सालों बाद अधिकमाह का बना है ऐसा योग, महीना खत्म होने से पहले मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए करें ये काम
By अंजली चौहान | Published: August 10, 2023 07:51 PM2023-08-10T19:51:57+5:302023-08-10T19:55:36+5:30
अधिक मास या मलमास के महीने में पूजा-अर्चना करना बहुत शुभ होता है। मलमास के खत्म होने से पहले माता लक्ष्मी की इस विधि से पूजा जरूर करें।
Adhik Maas 2023: भगवान शिव का प्रिय महीना सावन चल रहा है और इसी महीने में अधिकमास या मलमास भी चल रहा है। अधिकमास का महीना भगवान विष्णु को समर्पित है और इस माह में पूजा-पाठ करना और धर्म-कर्म का काम करने से ईश्वर प्रसन्न होते हैं।
सावन माह की 18 जुलाई को मलमास लगा है और इसका समापन 16 अगस्त 2023 को होगा। हिंदू पंचांग के मुताबिक, सावन के महीने में करीब 19 साल बाद ऐसा योग बना है कि इसी माह में अधिकमास पड़ रहा। वैसे तो इस माह में सभी मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं लेकिन पूजा-अर्चना करना बहुत शुभ माना जाता है।
ऐसे में अधिकमास खत्म होने से पहले धन की देवी और भगवान नारायण की पत्नी माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करना बहुत जरूरी है।
भगवान विष्णु का करें जलाभिषेक
हिंदू धर्म में शंख बहुत पवित्र माना जाता है और इसका धार्मिक महत्व काफी ज्यादा है। ऐसे में अधिकमास के शुक्रवार को भगवान विष्णु का शंख में जलभरकर जलाभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी और भगवान नारायण प्रसन्न होते हैं। इसके अलावा अधिकमास की शाम को दरवाजे पर दीपक जरूर जलाएं। शाम के समय दरवाजे पर दीपक जलाने से माता लक्ष्मी का घर में आगमन होता है।
जलाएं अखंड ज्योति
अधिकमास के महीने में घर के मंदिर में लक्ष्मी और विष्णु भगवान की प्रतिमा के सामने अखंड ज्योत जलाएं। इसके अलावा 11 कन्याओं को भोजन कराने से घर में सुख-समृद्धि का वास होगा क्योंकि माता लक्ष्मी इससे प्रसन्न होंगी।
तुलसी के पौधे पर डालें
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, तुलसी का पौधा बहुत शुभ होता है। तुलसी माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में अधिक मास के महीने में तुलसी के पौधे की पूजा करना बहुत जरूरी है। रोजाना स्नान करके साफ पानी से तुलसी में जल अर्पित करना चाहिए। तुलसी में जल अर्पित करने के बाद उसकी परिक्रमा भी करनी चाहिए।
(डिस्क्लेमर: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। लोकमत हिंदी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।)