International Women's Day: आखिर 8 मार्च को क्यों मनाया जाता है महिला दिवस, रोमांचक है इसका इतिहास! आप भी पढ़ें
By मेघना वर्मा | Published: March 2, 2020 07:22 AM2020-03-02T07:22:32+5:302020-03-02T07:22:32+5:30
साल 1911 में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्जरलैंड में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था।
महान शेक्सपियर की ये लाइन जितनी खूबसूरत है उससे कहीं ज्यादा खूबसूरत इसका मतलब है। औरतों ने सृष्टी का निर्माण किया। हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस साल भी लोगों ने महिला दिवस को मनाने की तैयारियां शुरू कर दी होंगी। किसी ने इस साल स्पेशल तरीके से वुमेन्स डे सेलिब्रेट करने की तैयारी की होगी तो किसी ने कुछ स्पेशल बनाने की मगर क्या आप जानते हैं कि 8 मार्च को ही क्यों हर साल वुमेन्स डे मनाया जाता है?
प्राचीन काल में हो या भारतीय इतिहास में महिलाएं तब से लेकर आज तक अपने अस्तित्व के लिए लड़ती आई हैं। हां आज बहुत हद तक उनकी इस लड़ाई में वो जीत गई हैं मगर जंग अभी भी जारी है। अपने हक की इसी लड़ाई के लिए जिस समय औरतें सड़कों पर उतर आयीं थीं उसी वक्त से शुरू हुआ महिलाओं के इस खास दिन को मनाने की परंपरा।
आइए आपको बताते हैं क्यों हर साल 8 मार्च को ही वुमेन्स डे सेलिब्रेट किया जाता है-
कब से शुरू हुआ महिला दिवस
महिला दिवस, मजदूर आंदोलन से उपजा है। बता दें साल 1908 में ये जब न्यूयॉर्क शहर की औरतों ने सड़कों पर निकलकर अपने हक की लड़ाई लड़ी तभी से इस दिन को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में जाना जाने लगा। अपनी नौकरी में वर्किंग हावर को कम करने की उनकी इस मांग के अलावा बेहतर वेतन और मतदान के अधिकार के लिए महिलाओं की आवाज सशक्त हो गई। साल भर बाद पार्टी ऑफ अमरीका ने इस दिन को पहला राष्ट्रीय महिला दिवस घोषित किया।
अंतरराष्ट्रीय कैसे बना महिला दिवस
दरअसल साल 1910 में कोपेनहेगन में कामकाजी औरतों की एक इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के दौरान इंटरनेशनल वुमेन डे मनाने का प्रस्ताव रखा गया। उस समय कॉन्फ्रेंस में 17 देशों की 100 औरतें मौजूद थीं। उन सभी ने इस सुझाव को समर्थन किया। इसके बाद साल 1911 में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्जरलैंड में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था।
क्या थी पहले साल की थीम
1975 में महिला दिवस को आधिकारिक मान्यता उस वक्त दी गई थी जब संयुक्त राष्ट्र ने इसे वार्षिक तौर पर एक थीम के साथ मनाना शुरू किया। अब हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कुछ विशेष थीम रखी जाती है। बता दें पहले साल इस डे की थीम थी 'सेलीब्रेटिंग द पास्ट, प्लानिंग फॉर द फ्यूचर।' वहीं इस साल की महिला दिवस की थीम है-I am Generation Equality: Realizing Women’s Rights
8 मार्च को ही क्यों मनाते हैं महिला दिवस
इतिहास की मानें तो साल 1917 में युद्ध के दौरान रूस की महिलाओं ने ब्रेड एंड पीस की मांग की। महिलाओं की इस हड़ताल ने वहां के सम्राट को पद छोड़ने पर मजबूर कर दिया साथ ही सरकार ने महिलाओं को मतदान का अधिकार भी दिया। उस समय जूलियन कैलेंड का उपयोग होता था। जिस दिन महिलाओं ने ये हड़ताल शुरू की थी उस दिन 23 फरवरी थी। ग्रेगेरियन कैलेंडर में ये दिन 8 मार्च था। बस तभी से इस दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस घोषित हो गया।
कहां कैसे मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
इस दिन को हर देश में अपने अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। कहीं इस दिन राष्ट्रीय अवकाश होता है तो कहीं इस दिन महिलाओं का फूल देकर उनका सम्मान किया जाता है। चीन में ज्यादातर ऑफिस में आधे दिन की छुट्टी की जाती है। वहीं अमेरिका में ये महीना विमेन्स हिस्ट्री मंथ के रूप में मनाया जाता है।