अपने टीनएज बच्चों को हमेशा बतानी चाहिए ये 5 बातें, हर मां-बाप की होती है जिम्मेदारी
By मेघना वर्मा | Published: April 5, 2020 03:59 PM2020-04-05T15:59:21+5:302020-04-05T15:59:21+5:30
टीनएज उम्र ऐसी होती है कि बच्चे थोड़ी सी भी असफलता से बहुत निराश हो जाते हैं।
किसी की भी जिंदगी शादी के बाद बदल जाती है। शादी के बाद पहली बार पैरेंट बनने का भी अपना अगल एहसास होता है। मां-बाप बनना ना सिर्फ एक खुशी की बात होती है बल्कि एक जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है। बच्चों के लालन-पालन के साथ कुछ ऐसी चीजें भी होती हैं जिन्हें बच्चे को बताना और समझाना जरूरी है।
आज कल के समय में जब सोशल मीडिया इतना ज्यादा हावी हो चुका है कि आज कल के बच्चे छोटी-छोटी चीजों को लेकर चिंता में आ जाते हैं। कई बार तो बात हाथ से निकल जाती है। तो ऐसे में कुछ ऐसी बातें होती हैं जो आपको पहले ही अपने बच्चों को बता देना चाहिए।
1. वो हैं सबसे खूबसूरत
आज के समय में लोगों में खूबसूरती के मायने बदल गये हैं। इसीलिए अपने बच्चों को ये समझाना बहुत जरूरी है कि वो जैसे हैं वैसे बहुत अच्छे हैं। उन्हें किसी से भी खुद को कम्पेयर करने की जरूरत नहीं है। उन्हें इस बात का एहसास दिलाएं कि वो जैसे हैं अच्छे हैं।
2. मजबूती और जिम्मेदारी
अपने टीनएज बच्चों को उनकी जिम्मेदारी बताना जरूरी है। मां-बाप होने के साथ आपका ये फर्ज बनता है कि आप अपने बच्चे को बताएं कि उन्हें अपनी जिंदगी में बहुत सारी जिम्मेदारीयां निभानी होगी मगर इससे मुंह कभी ना मोड़ें। साथ ही बच्चों को ये बताना होगा कि वो खुद को अंदर से मजबूत रखें।
3. सच्चे और मतलबी दोस्त में अंतर
बड़े होते हुए बच्चे सही-गलत का अंतर नहीं समझ पाते। इसलिए जरूरी है कि उन्हों सच्चे और अच्छे दोस्तों के बारे में बताया जाए ताकि उनकी संगत अच्छे लोगों के साथ हो। आप भी अपने बच्चों को ये समझाइए कि दोस्त कैसे होते हैं।
4. असफलता से निराश ना हो
टीनएज उम्र ऐसी होती है कि बच्चे थोड़ी सी भी असफलता से बहुत निराश हो जाते हैं। कुछ तो इस कदर टूट जाते हैं कि कुछ सोचने समझने की ताकत उनमें नहीं बची रहती। इसलिए आपको उन्हें ये समझाना होगा कि वो किसी भी बात को दिल पर ना लें। उन्हें समझाना होगा कि अपनी निराशाओं से वो निराश ना हों।
5. किसी के आने-जाने से ना हो बहुत दुखी
टीनएज में आज कल बच्चों के दिल तक टूटने लगे हैं। इसलिए आपको उन्हें ये समझाना होगा कि किसी के आने या जाने से उन्हें फर्क नहीं पड़ना चाहिए। इसलिए आपको उनका दोस्त बनकर उनसे बात करना चाहिए।