Lunar Eclipse 2020: ग्रहण में बढ़ जाती हैं इनकी शक्तियां, जानें चंद्रग्रहण से जुड़ी कुछ विचित्र मान्यताएं
By मेघना वर्मा | Published: July 5, 2020 09:15 AM2020-07-05T09:15:46+5:302020-07-05T09:15:46+5:30
चंद्रग्रहण 5 जुलाई की सुबह 08:38 AM से शुरू हो चुका है। इसका परमग्रास 09:59 AM पर होगा और इसकी समाप्ति 11:21 AM पर।
साल 2020 को आकाशीय घटना के लिए महत्वपूर्ण साल बताया गया है। इसी के चलते आज 5 जुलाई को साल का तीसरा चंद्र ग्रहण लग चुका है जो कि उपच्छाया चंद्र ग्रहण है। भारत में इस ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा। इसका नजारा ऑनलाइन देखा जा सकता है।
भारत में इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। धार्मिक मान्यताओं अनुसार सूतक काल ग्रहण लगने से पहले की वो अवधि होती है जिसमें किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किये जाते। वैसे चंद्रग्रहण को लेकर हमारे देश समेत कई जगहों पर कई अलग-अलग मान्यता है। जिसे अजीबो-गरीब मान्यता भी कह सकते हैं।
आइए आपको बताते हैं क्या है ये मान्यताएं-
यौन संबंध को लेकर मिथक
हिंदू धर्म में माना जाता है कि ग्रहण एक बुरा संकेत होता है। ग्रहण के दिन या सूतक काल के समय भी यौन संबंध नहीं बनाने चाहिए। माना जाता है कि इससे नकारात्मक एनर्जी पैदा होती है। इस वजह से असफलता हाथ लगती है मगर इस विषय पर कोई वैज्ञानिक तथ्य नहीं हैं।
बढ़ जाती हैं वेयवोल्फ की शक्ति
पॉप कल्चर में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि चंद्रग्रहण की रात वेयरवोल्फ की शक्ति बढ़ जाती है। वो उस समय खून के प्यासे हो जाते हैं। वेयरवोल्फ मूवीज या सीरीज जैसे वैम्पायर डायरीज या ट्वाइलाइट में इसे दिखाया गया है।
दुनिया खत्म होने का संकेत
न्यूज 18 की मानें तो टोगो और बेनिन के बाटमालीबा लोगों का मानना है कि चंद्रग्रहण की रात पुराने झगड़ों को सुलझाने के लिए एक और साथ शांतिपूर्ण ढंग से एकत्र होने की रात है। इंका साम्राज्य परंपराओं में इस बात का जिक्र मिलता है कि चंद्रग्रहण की रात में ये आकाश में शोर करके चंद्रमा को निगलने वाले जुगआर का पीछा करने की रात है।
ग्रहण 5 जुलाई की सुबह 08:38 AM से शुरू हो चुका है। इसका परमग्रास 09:59 AM पर होगा और इसकी समाप्ति 11:21 AM पर। ग्रहण की कुल अवधि 02 घण्टे 43 मिनट की होगी। चंद्र ग्रहण को खुली आंखों से देखना सुरक्षित माना गया है।