रिलेशनशिप टूटने के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं। ईर्ष्या, बेईमानी और विश्वासघात कुछ सबसे आम कारणों में से हैं। कई बार रिलेशनशिप पार्टनर्स की उन आदतों की वजह से भी खराब होते हैं, जिनपर वो ध्यान नहीं देते या उन्हें बदलना नहीं चाहते। कोई भी रिश्ता परफेक्ट नहीं होता। हर पार्टनर्स से अक्सर उम्मीदें लगाते हैं। हालांकि, हो सकता है कि हम हमेशा इसके प्रति सचेत न हों। मगर ये अपेक्षाएं हमारे व्यवहार में खेल सकती हैं।
जब इन अपेक्षाओं को पूरा नहीं किया जाता है, तो हम निराश महसूस कर सकते हैं क्योंकि यह हमें प्यार नहीं करने और उपेक्षित महसूस करने की ओर ले जाता है। तब हम महसूस कर सकते हैं कि यह काम नहीं कर रहा है। मगर इस दौरान हम जो महसूस करने में असफल होते हैं वो ये कि हमारे व्यवहार हमारे मानकों, आदर्शों, अपने शब्दों पर आधारित होते हैं जो हमारे आसपास की दुनिया से हमने जो अनुभव किया है उससे आकार लेते हैं।
माफी न मांगना या जिम्मेदारी न लेना
अक्सर लड़ाई-झगड़े के बाद पार्टनर्स माफी नहीं मांगते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो ये गलत बात है। भले भी आप तुरंत हुए झगड़े के बाद माफी न मांगें, लेकिन एक बार सब शांत हो जाने के बाद माफी जरूर मांगनी चाहिए। इसके अलावा अगर आप गैर-जिम्मेदाराना हरकत कर रहे हैं तो इसपर भी जल्द से जल्द काम करें क्योंकि ये आदत आपके रिलेशनशिप को खराब कर सकती है।
दूसरे का सम्मान न करना
हर रिश्ते की एक सीमा होती है और हर व्यक्ति स्पेस चाहता है। ऐसे में अगर आप दूसरे की सीमा या स्पेस का सम्मान नहीं कर रहे हैं तो इसका बुरा असर आपके रिश्ते पर पड़ सकता है। ध्यान रखें कि अगर आप अपनी स्पेस के लिए सम्मान चाहते हैं तो आपको सामने वाले को भी उतना ही सम्मान देना होगा। अच्छे रिलेशनशिप में पार्टनर्स एक-दूसरे को सम्मान जरूर देते हैं।
दूसरे को बदलने को कहना
हर इंसान अपने में एक होता है। सबका अपना स्वभाव होता है, जिसके तहत वो काम करते हैं। ऐसे में आप किसी को जबरन बदलने को नहीं कह सकते हैं। हो सकता है कि आपका स्वभाव भी दूसरे की तरह न हो। इसका मतलब ये नहीं है कि कोई आपसे जबरदस्ती बदलने को कह रहा है। इसलिए आपके पार्टनर का स्वाभाव जैसा है उसे वैसे ही स्वीकार करें।
रिलेशनशिप की तुलना न करें
हर रिश्ता कुछ अलग और खास होता है। ऐसे में अगर आपकी दूसरे के रिलेशनशिप से अपने रिश्ते की तुलना करने की आदत है तो ऐसा मत करें। इससे आप दोनों में लड़ाई होगी और आप दोनों के बीच चीजें खराब होंगी। रिलेशनशिप की तुलना करना किसी बात का समाधान नहीं है बल्कि इसका आप दोनों पर बुरा असर पड़ता है।
पार्टनर के इमोशनल पहलु पर ध्यान न देना
अक्सर पार्टनर्स एक-दूसरे के भावनात्मक पहलु पर ध्यान नहीं देते हैं। हालांकि, ऐसा करना गलत है। जब तक आप दोनों के बीच इमोशनल बांड मजबूत नहीं है तब तक आप एक मजबूत रिश्ते की नींव नहीं रख पाएंगे। इसलिए अपने पार्टनर को भावनात्मक रूप से सपोर्ट करें।
जरूरतों को लेकर सीधे तौर पर बात न करना
एक रिलेशनशिप में पार्टनर्स के बीच आपसी बातचीत होना जरूरी है। अगर आप खुलकर एक-दूसरे से अपने मन की बात नहीं करेंगे तो इससे आप दोनों का रिश्ता कभी मजबूत नहीं हो पाएगा। ऐसे में अपनी या उनकी जरूरतों को लेकर खुलकर बात जरूर करें। इससे आप दोनों को भी एक-दूसरे को अच्छे से जानने में मदद मिलेगी।