Assembly Elections 2023: राजस्थान भाजपा ने मस्जिदों और गुरुद्वारों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले संदीप दायमा को पार्टी से निकाला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 6, 2023 08:20 AM2023-11-06T08:20:28+5:302023-11-06T08:24:58+5:30
भारतीय जनता पार्टी ने मस्जिदों और गुरुद्वारों पर विवादास्पद टिप्पणी करने वाले राजस्थान के वरिष्ठ नेता संदीप दायमा को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
जयपुर: भारतीय जनता पार्टी ने मस्जिदों और गुरुद्वारों पर विवादास्पद टिप्पणी करने वाले राजस्थान के वरिष्ठ नेता संदीप दायमा को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। खबरों के मुताबिक भाजपा नेता दायमा के निष्कासन की घोषणा राजस्थान भाजपा की अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह लाखावत ने की।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार पार्टी की ओर से रविवार को जारी अधिसूचना में कहा गया, ''पार्टी की विचारधारा के खिलाफ बयान देने के कारण प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर संदीप दायमा को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है।''
इस प्रकरण ने उस वक्त तूल पकड़ लिया, जब वरिष्ठ भाजपा नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने संदीप दायमा के बयान की कड़ी निदा करते हुए उनके निष्कासन की मांग कर दी।
दरअसल भाजपा नेता संदीप दायमा ने राजस्थान के अलवर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गुरुद्वारे और मस्जिद के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की, जिसके बाद से सिख समुदाय में उन्हें लेकर भीषण आक्रोश था।
बीजेपी नेता संदीप दायमा ने अलवर में बीजेपी प्रत्याशी बालकनाथ के समर्थन में जुटी एक चुनावी रैली में कथित तौर पर कहा, "देखिए यहां कितनी मस्जिदें, गुरुद्वारे बन गए हैं! यह भविष्य में हमारे लिए नासूर बन जाएगा। इसलिए यह हमारा कर्तव्य है कि हम इन नासूरों को जड़ से उखाड़ फेंकें और बाबा बालक नाथ जी को भारी बहुमत से जिताएं।''
संदीप दायमा की टिप्पणी को लेकर सिख समुदाय में फौरन गुस्सा फैल गया, जिसके बाद उनका व्यापक विरोध प्रदर्शन होने लगा और आक्रोशित सिख समाज ने दायमा के पुतले जलाए गए।
मामले में कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल ने भी प्रतिक्रिया दी और कहा, "गुरुद्वारों ने हमेशा मानवता की सेवा की है और कभी किसी का धर्म या जाति नहीं पूछी। चाहे कोरोना हो या कोई अन्य प्राकृतिक आपदा। गुरुद्वारों के दरवाजे, दान पेटी और लंगर हमेशा सभी के लिए खुले रहे हैं। निम्न स्तर की सोच और मनोविज्ञान संदीप जैसे लोगों को यह महंगा पड़ेगा।”
आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण आलोचना के शिकार हुए संदीप दायमा ने फौरन यू टर्न लेते हुए माफी मांगी और कहा, "मस्जिद-मदरसा के स्थान पर मैंने गलती से गुरुद्वारा साहब के बारे में कुछ गलत शब्दों का प्रयोग कर दिया। मैं पूरे सिख समुदाय से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं, जिसने हमेशा हिंदू धर्म और सनातन धर्म की रक्षा की है। मुझे नहीं पता कि कैसे मुझसे गलती हो गई। मैं गुरुद्वारे जाकर इस गलती का पश्चाताप करूंगा। मैं पूरे सिख समुदाय से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। सत श्री अकाल!"