सावरकर को भारत रत्न देने की मांग पर कांग्रेस क्यों परेशान है? कांग्रेस हमेशा परिवार में ही ‘भारत रत्न’ जुटाती रहीः प्रसाद
By भाषा | Published: October 17, 2019 01:56 PM2019-10-17T13:56:09+5:302019-10-17T13:56:09+5:30
महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी करते हुए महाराष्ट्र भाजपा ने हिन्दुत्व के पैरोकार सावरकर और 19वीं सदी के समाज सुधारक ज्येातिबा फुले व उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न दिए जाने की मांग उठाई थी।
महाराष्ट्र भाजपा द्वारा अपने चुनावी घोषणापत्र में विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग उठाए जाने को उचित ठहराते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि वह इस तरह के ‘‘राष्ट्रभक्तों’’ को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का विरोध कर रही है।
प्रसाद ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस यह सुनिश्चित कर रही है कि केवल ‘‘परिवार के सदस्यों’’ को ही सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिले। राज्य में 21 अक्टूबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी करते हुए महाराष्ट्र भाजपा ने हिन्दुत्व के पैरोकार सावरकर और 19वीं सदी के समाज सुधारक ज्येातिबा फुले व उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न दिए जाने की मांग उठाई थी।
प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल और दलित आदर्श बाबासाहेब आंबेडकर को पहले भारत रत्न नहीं दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘इन दोनों नेताओं को (मरणोपरांत) तब सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया गया जब नरसिंह राव देश के प्रधानमंत्री थे, जो परिवार से ताल्लुक नहीं रखते थे।’’
प्रसाद ने पूछा, ‘‘सावरकर को भारत रत्न देने की मांग भाजपा द्वारा अपने घोषणापत्र में उठाए जाने से कांग्रेस क्यों परेशान है? कांग्रेस हमेशा परिवार में ही ‘भारत रत्न’ जुटाती रही।’’ हिन्दुत्व के पैरोकार को भारत रत्न देने की मांग को उचित ठहराते हुए प्रसाद ने कहा कि सावरकर राष्ट्रभक्त थे, जिन्होंने अंडमान जेल में 11 साल गुजारे।
उन्होंने कहा, ‘‘सावरकर ने देश से बदले में कुछ नहीं मांगा।’’ प्रसाद ने कहा, ‘‘वीर सावरकर, महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले ने समाज को बहुत कुछ दिया है। ऐसे राष्ट्रवादियों को निश्चित तौर पर भारत रत्न मिलना चाहिए।’’