पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावः भाजपा को झटका, पूर्व विधायक BJP छोड़ वापस तृणमूल कांग्रेस में लौटे
By भाषा | Published: July 31, 2020 08:51 PM2020-07-31T20:51:55+5:302020-07-31T20:51:55+5:30
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, '' हम विप्लव मित्रा का स्वागत करके प्रसन्न हैं। ममता बनर्जी ने 21 जुलाई को शहीद दिवस की रैली के दौरान पुराने नेताओं से पार्टी में वापस आने को कहा था। मित्रा ने उसी पर वापसी की है।''
कोलकाताः उत्तरी बंगाल के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक विप्लव मित्रा करीब एक साल बाद ही भाजपा का दामन छोड़ शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस में वापस आ गए। दक्षिण दिनाजपुर जिले की हरिरामपुर सीट से तृणमूल कांग्रेस के विधायक रहे मित्रा पिछले साल जून में भाजपा में शामिल हो गए थे।
मित्रा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस में लौटना उनके लिए ''घर वापसी'' जैसा है। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, '' हम विप्लव मित्रा का स्वागत करके प्रसन्न हैं। ममता बनर्जी ने 21 जुलाई को शहीद दिवस की रैली के दौरान पुराने नेताओं से पार्टी में वापस आने को कहा था। मित्रा ने उसी पर वापसी की है।'' मित्रा के साथ ही उनके छोटे भाई और अन्य समर्थक भी तृणमूल कांग्रेस में दोबारा शामिल हुए।
बंगाल भाजपा नेताओं ने शाह से पार्टी कार्यकर्ताओं की मौत मामलों में सीबीआई जांच की मांग की
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के नेताओं ने शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और पार्टी के दो कार्यकर्ताओं की मौत के मामलों में सीबीआई जांच की मांग की। इसी सप्ताह इनमें से एक कार्यकर्ता का शव पूर्वी मिदनापुर और दूसरे का दक्षिण 24 परगना जिलों में लटकता पाया गया था।
लोकसभा सांसद सौमित्र खान और निशीथ प्रामाणिक ने नयी दिल्ली में शाह से मुलाकात की और दक्षिण 24 परगना के घोड़ा मारा इलाके में बृहस्पतिवार को हुई 52 वर्षीय गौतम पात्रा की मौत और बुधवार को पूर्वी मिदनापुर जिले के रामनगर इलाके में पूर्णचंद्र दास (44) की मौत के मामलों की जांच सीबीआई से कराने का आग्रह किया।
उन्होंने एक बयान में कहा, '' पश्चिम बंगाल में कानून और व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से धराशायी है। भाजपा कार्यकर्ताओं की लगातार हत्या की जा रही है और उन्हें आत्महत्या दर्शाने के लिए पेड़ों से लटकाया जा रहा है।''
बयान के मुताबिक, '' पिछले दो दिन में, हमारी पार्टी के दो कार्यकर्ताओं के शव पेड़ से लटकते पाए गए। हमने दोनों भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत के मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। हमने अमित शाह से दोनों मामलों में सीबीआई जांच का आग्रह किया है।'' भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं की मौत के मामले में तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाए हैं। हालांकि, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को निराधार करार दिया है।