कोलकता, 2 अप्रैल: पश्चिम बंगाल के आसनसोल में रामनवमी के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने अपने पद से इस्तीफा देने और राजनीति से संन्यास लेने की पेशकश की थी। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें किसी तरह इस्तीफा देने से रोक दिया।
बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी कि पश्चिम बंगाल के आसनसोल में रामनवमी के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। जहां पीएम मोदी ने उन्हें संन्यास लेने की बजाय तुष्टीकरण को बढ़ावा देने वाली पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार से मुकाबला करने की सलाह दी थी।
बाबुल सुप्रियो ने यहां यह भी कहा, मुझे अंदर से शक्तिहीन महसूस हो रहा है। मैंने कभी भी पूरे जीवन में इतनी घृणा का सामना नहीं किया है। मैंने खुद ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती, ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया के लिए कम से कम 10 ऐल्बम रिकॉर्ड किए हैं। फिलहाल सोशल मीडिया पर मेरे साथ बहुत घटिया बर्ताव किया जा रहा है। अगर जमीनी स्थिति की बात करें तो लोग अभी भी पक्षपात कर रहे हैं। टीएमसी के कार्यकर्ता तो ऐसे बर्ताव करते हैं, जैसे वह बंगाल पुलिस हो।