हम उन लोगों की तरह नहीं हैं जिन्हें पार्टी से सबकुछ मिला और जब बुरा वक्त आया तो वह छोड़ कर चले गएः सलमान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 9, 2019 01:02 PM2019-10-09T13:02:50+5:302019-10-09T13:02:50+5:30
कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने एक बार फिर शीर्ष नेतृत्व को लेकर बड़ा बयान दिया। सलमान खुर्शीद ने कहा कि आज कई लोग पार्टी छोड़कर चले गए। इस मौजूदा परिस्थिति की समीक्षा की जानी चाहिए।
कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद राहुल गांधी को लेकर किसी भी पार्टी के पदाधिकारी ने कोई टीका-टिप्पणी नहीं की थी, लेकिन अब पूर्व विदेश मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने उनका अध्यक्ष पद छोड़ना पार्टी की सबसे बड़ी समस्या बताई है। खुर्शीद का मानना था राहुल गांधी पार्टी के अध्यक्ष बने रहना चाहिए था।
कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने एक बार फिर शीर्ष नेतृत्व को लेकर बड़ा बयान दिया। सलमान खुर्शीद ने कहा कि आज कई लोग पार्टी छोड़कर चले गए। इस मौजूदा परिस्थिति की समीक्षा की जानी चाहिए।
पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि मुझे बहुत दर्द और चिंता है कि हम आज एक पार्टी के रूप में कहां हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या होगा, लेकिन हम पार्टी नहीं छोड़ेंगे। हम उन लोगों की तरह नहीं हैं जिन्हें पार्टी से सबकुछ मिला और जब बुरा वक्त आया तो वह पार्टी छोड़ कर चले गए।
सलमान खुर्शीद ने कहा कि इतिहास में शायद यही एकमात्र मौका है, जब एक बड़ी हार के कारण पार्टी को अपने नेता पर विश्वास नहीं खोना पड़ा है। यदि वह ठहर गया और आसपास था, तो हम अपनी हार के कारणों को बेहतर समझ सकते थे और आने वाले समय में लड़ाई लड़ने के लिए बेहतर तैयार होंगे।
Salman Khurshid: This is perhaps the only time in history that a major defeat has not caused the party to lose confidence in their leader. If he had stayed&was around, we would've understood better the causes of our defeat & be better prepared to fight the battles in coming times pic.twitter.com/egG0rLnTIo
— ANI (@ANI) October 9, 2019
खबरों के अनुसार, खुर्शीद ने कहा है कि राहुल गांधी के इस्तीफे के कारण लोकसभा में कांग्रेस की हुई हार का आंकलन नहीं हो सका। हम विश्लेषण नहीं कर पाए कि पार्टी को हार का सामना क्यों करना पड़ा है? हमारी सबसे बड़ी समस्या रही है कि हमारे नेता ने हमें छोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद हम वास्तव में विश्लेषण करने के लिए एक साथ नहीं बैठे हैं। राहुल ने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ दिया और कहा कि वह हार की नैतिक जिम्मेदारी ले रहे हैं। लेकिन उन्होंने कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बार-बार कहने के बावजूद भी अपना इस्तीफा वापस नहीं लिया।
यह पहली बार है जब कांग्रेस के किसी नेता ने राहुल के इस्तीफे के लिए 'छोड़ जाने' जैसे शब्द का इस्तेमाल किया है। खुर्शीद ने कहा कि राहुल के इस्तीफे के बाद एक खालीपन पैदा हुआ है और सोनिया गांधी एक अस्थायी तौर पर पार्टी को संभाल रही है।
खुर्शीद ने कहा, 'मैं नहीं चाहता था कि राहुल इस्तीफा दें। मैं चाहता था कि वह बने रहें। मेरा मानना है कि कार्यकर्ता चाहते थे कि वे आगे बढ़ें और पार्टी का नेतृत्व करें।' उन्होंने आगे कहा कि यह एक खालीपन जैसा है कि सोनिया गांधी ने अस्थायी तौर पर उस गैप को भरा है, लेकिन मैं ऐसा नहीं चाहता था।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें बहुत मनाने की कोशिश की थी। लेकिन, वह अपने फैसले पर अडिग रहे थे और आखिरकार उनका इस्तीफा स्वीकार किया गया था। इसके बाद सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया।