वीरशैव लिंगायत को भाजपा के पक्ष में मतदान करना चाहिएः सीएम, चुनाव आयोग के द्वार पहुंची जदएस
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 25, 2019 05:31 PM2019-11-25T17:31:06+5:302019-11-25T17:31:06+5:30
जनता दल (सेक्युलर) ने उनके कथित बयान, 'वीरशैव लिंगायत को भाजपा के पक्ष में मतदान करना चाहिए' के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई।
कर्नाटक में उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार जारी है। कर्नाटक में 15 सीट पर चुनाव हो रहा है। कांग्रेस जदएस और भाजपा अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा को सरकार बचाने के लिए 15 में से हर हाल में 6 सीट जीतना है। इस बीच जनता दल (सेक्युलर) ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है। जनता दल (सेक्युलर) ने उनके कथित बयान, 'वीरशैव लिंगायत को भाजपा के पक्ष में मतदान करना चाहिए' के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई।
Janata Dal (Secular) files a complaint with Election Commission against Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa, for his reported statement, 'Veerashaiva Lingayat should vote in favour of BJP'. pic.twitter.com/i5CcOAc2GE
— ANI (@ANI) November 25, 2019
येदियुरप्पा ने ‘कांग्रेस मुक्त कर्नाटक’ का किया आह्वान
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने भाजपा के ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ के राष्ट्रीय सपने को साकार करने के लिए सोमवार को ‘कांग्रेस मुक्त कर्नाटक’ का आह्वान किया। उन्होंने कमलपुरैन विजयनगर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘अगर हमें ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ बनाना है तो पहले ‘कांग्रेस मुक्त कर्नाटक’ बनाना होगा। यह यहां से शुरू होना चाहिए।’’ कमलपुरैन विजयनगर विधानसभा सीट से आनंद सिंह भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
सिंह ने पहले कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और वह पार्टी के खिलाफ बगावत करते हुए विधानसभा से इस्तीफा देने वाले विधायकों में से एक हैं। वह उन 17 कांग्रेस-जद(एस) विधायकों में से एक हैं जिन्हें जुलाई में तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश ने अयोग्य घोषित कर दिया था। अयोग्य घोषित किए गए विधायकों को पांच दिसंबर को होने जा रहे उपचुनाव लड़ने की अनुमति उच्चतम न्यायालय से मिलने के बाद आनंद सिंह भाजपा में शामिल हो गए औउ उसके टिकट पर विजयनगर से चुनाव लड़ रहे हैं।
येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मुझे अपने जीवन में कभी नहीं पता चला कि झूठ क्या होते हैं। जब मैंने कहा कि हम 22 लोकसभा सीट जीतेंगे तो लोगों ने हमारा मजाक बनाया लेकिन हम असल में 25 सीटें जीते। तब सत्तारूढ़ कांग्रेस और जद(एस) राज्य में एक-एक सीट ही जीत पाए।’’
पूर्ववर्ती कांग्रेस और जद(एस) गठबंधन के ‘‘दयनीय’’ प्रदर्शन के बारे में येदियुरप्पा ने कहा कि दोनों पार्टियां लोकसभा चुनाव में बमुश्किल अपनी मौजूदगी दर्ज करा पाईं। कांग्रेस की खिल्ली उड़ाते हुए येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘कांग्रेस के पास लोकसभा में इतने भी सांसद नहीं है कि वह मुख्य विपक्षी दल कहला सके। आज कांग्रेस का यह हाल है।’’ सिंह की तारीफ करते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि उन 17 विधायकों में सबसे पहले उन्होंने ही विधानसभा से इस्तीफा दिया था। तब तक उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि भाजपा कर्नाटक में सरकार बनाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आनंद सिंह ने सबसे पहले इस्तीफा दिया और बाद में दूसरे लोग भी उनके साथ हो गए। उनमें विकास न होने को लेकर असंतोष था और इसलिए उन्होंने लंबे समय तक कांग्रेस में न रहने का फैसला किया।’’ येदियुरप्पा ने लोगों से सिंह की जीत सुनिश्चित करने को कहा ताकि वह भाजपा सरकार में मंत्री बनें और आदर्श निर्वाचन क्षेत्र के तौर पर इलाके का विकास करने में सरकार की मदद करें। राज्य में 15 विधानसभा सीटों पर पांच दिसंबर को उपचुनाव होने हैं।