उत्तराखंड विधानसभाः कोविड-19 के साए में मानसून सत्र, कई नेता संक्रमण की चपेट में, सदन में 65 वर्ष से अधिक उम्र के 12 विधायक
By भाषा | Published: September 11, 2020 02:02 PM2020-09-11T14:02:53+5:302020-09-11T14:02:53+5:30
सूत्रों ने यहाँ बताया कि हाल में भाजपा में वापसी करने वाले हरिद्वार जिले के खानपुर के विधायक प्रणव सिंह चैंपियन के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने देहरादून के मोहिनी रोड स्थित आवास में खुद को पृथक कर लिया है।
देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा का 23 सितंबर से होने वाला मानसून सत्र कोविड-19 के साये में होगा। प्रदेश में कोरोना महामारी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है और विधायकों और मंत्रियों समेत कई नेता भी इसकी चपेट में आ गए हैं।
इस बीच भाजपा के दो विधायकों ने कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए प्रदेश में लॉकडाउन की मांग उठाई है। सरकारी सूत्रों ने यहाँ बताया कि हाल में भाजपा में वापसी करने वाले हरिद्वार जिले के खानपुर के विधायक प्रणव सिंह चैंपियन के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने देहरादून के मोहिनी रोड स्थित आवास में खुद को पृथक कर लिया है।
इससे पहले, नैनीताल जिले के कालाढूंगी विधायक और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत भी महामारी की चपेट में आने पर अस्पताल में भर्ती हुए थे और मंगलवार को छुट्टी मिलने के बाद से चिकित्सकों की सलाह पर 10 दिन के गृह-पृथक-वास में हैं। प्रदेश के संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक भी कोरोना वायरस संक्रमण के एम्स ऋषिकेश में उपचार के बाद अब गृह-पृथक-वास में हैं।
रावत भी दो-तीन बार एहतियातन गृह-पृथक-वास में जा चुके हैं
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश भी पुत्र के कोविड 19 से ग्रस्त होने के बाद से गृह-पृथक-वास में हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी दो-तीन बार एहतियातन गृह-पृथक-वास में जा चुके हैं। मुख्यमंत्री रावत के विशेष कार्याधिकारी उर्बादत्त भटट की पत्नी वर्षा की बृहस्पतिवार को कोविड 19 के कारण मृत्यु हो गयी जबकि भटट, उनकी पुत्री और पत्नी की बहन अस्वस्थ हैं।
प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है और अब तक 28000 से ज्यादा लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। चिंताजनक बात यह है कि इन आंकडों में 3541 नए कोविड मरीज पिछले केवल चार दिनों में जुडे़ हैं। कोविड के बिगड़ते हालात को देखते हुए विधानसभा सत्र में आने वाले विधायकों की प्रवेश से पूर्व कोविड 19 जांच अनिवार्य करने के अलावा उनसे वीडियो कांफ्रेंस के जरिये भाग लेने का अनुरोध किया जा रहा है।
सत्र से दो दिन पहले विधायकों को कोविड जांच करानी होगी
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा, ' सत्र से दो दिन पहले विधायकों को कोविड जांच करानी होगी और अपने कोरोना-मुक्त होने की रिपोर्ट देनी होगी। अगर उनके स्तर पर ऐसा संभव नहीं हो पाएगा तो हमने एमएलए हॉस्टल में उनकी जांच की व्यवस्था करेंगे।' उन्होंने हांलांकि, कहा कि उनका सभी विधायकों खास तौर से 65 वर्ष से अधिक उम्र के विधायकों से अनुरोध है कि वह डिजिटल तौर पर कार्यवाही में भाग लें। उन्होंने बताया कि सदन में 65 वर्ष से अधिक उम्र के 12 विधायक हैं।
अग्रवाल ने कहा 'हमने सदन की कार्यवाही में डिजिटल तरीके से भाग लेने के लिए मुकम्मल तैयारियां की हैं जिसमें कहीं किसी को कोई परेशानी नहीं आएगी। इस बीच महामारी से निपटने के लिए देहरादून के राजपुर क्षेत्र के विधायक और पूर्व मंत्री खजान दास और चमोली जिले में बदरीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट ने प्रदेश में लॉकडाउन की मांग उठाई है।
खजान दास ने इस संबंध में कहा कि कोरोना की बढती रफ्तार से चिंतित जनता लॉकडाउन के पक्ष में हैं और अगर 10 दिन के लिए प्रदेश में लॉकडाउन कर दिया जाए तो स्थिति काबू में आ जाएगी। उन्होंने कहा कि वह अपनी बात को शीघ्र ही मुख्यमंत्री रावत के सामने रखेंगे क्योंकि वही इस संबंध में निर्णय ले सकते हैं।