Bihar news: सीएम नीतीश कुमार को टक्कर देंगी जदयू नेता की बेटी, मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कहा !
By एस पी सिन्हा | Published: March 9, 2020 05:01 PM2020-03-09T17:01:32+5:302020-03-09T17:01:47+5:30
सत्ताधारी जदयू और भाजपा के नेता एक साथ मिलकर चुनाव लडने की बात कह रहे हैं. दूसरी ओर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद भी बिहार के सिंहासन पर कब्जा जमाने का दावा कर रही है.
पटनाः बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के दंगल के लिए अभी से ही जोर आजमाइश का दौर शुरू हो गया है.
सत्ता पर काबिज होने के लिए सभी दल राजनीतिक गुणा-भाग में जुट चुके हैं. सत्ताधारी जदयू और भाजपा के नेता एक साथ मिलकर चुनाव लडने की बात कह रहे हैं. दूसरी ओर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद भी बिहार के सिंहासन पर कब्जा जमाने का दावा कर रही है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए के घोषित मुख्यमंत्री उम्मीदवार हैं. उधर, विपक्षी महागठबंधन की ओर से राजद नेता तेजस्वी यादव की दावेदारी है. इस बीच तीसरे मुख्यमंत्री चेहरा के रूप में एक युवती पुष्पम प्रिया चौधरी की धमाकेदार दावेदारी पेश कर खुद को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट कर मुकाबले को दिलचस्प बनाने का दावा कर रही हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए उनके खिलाफ मैंदान में कूदने की घोषणा करने वाली पुष्पम पूर्व जदयू नेता व विधान पार्षद विनोद चौधरी की बेटी हैं. मूल रूप से दरभंगा की रहने वाली पुष्पम फिलहाल लंदन में रहती हैं.
पुष्पम प्रिया चौधरी ने बीते रविवार बिहार के प्रमुख हिंदी और अंग्रेजी अखबारों के पहले पन्ने पर इश्तेहार देकर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं. पुष्पम ने खुद को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बताया है. उन्होंने अपनी पार्टी का नाम 'प्लूरल्स' बताया है. पार्टी की टैगलाइन 'जन गण सबका शासन' है.
लंदन में उच्च उच्च शिक्षा प्राप्त यह युवती अब बिहार को बदलना चाहती है. इसके लिए उन्होंने समाचार पत्रों में विज्ञापन दे राजनीति में एंट्री लेने की घोषणा करते हुए खुद को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बताया है. उन्होंने बिहार की जनता के नाम एक पत्र लिख कर साथ देने की अपील भी की है.
यही नही पुष्पम ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी इसकी घोषणा की है. पुष्पम ने अपने ट्वीट में लिखा है कि बिहार को बदलाव की जरूरत है और 'प्लूरल्स' के पास इसके लिए 2025 एवं 2030 का रोडमैप है. एक अन्य ट्वीट में भी वे बिहार में बदलाव तथा विकास की बात करतीं हैं तथा राज्य की जनता से अपनी पार्टी से जुडने की अपील करतीं हैं.
पुष्पम के चाचा अजय चौधरी दरभंगा में जदयू के जिलाध्यक्ष हैं तो दिवंगत दादा उमाकांत चौधरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफी करीबी माना जाता था. पुष्पम के ट्विटर हैंडल के अनुसार, उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंसेज से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए की डिग्री ली है. उन्होंने इंग्लैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स से भी डेवलपमेंट स्टडीज में एमए भी किया है. विज्ञापन में उन्होंने बताया है कि विदेश में पढाई के बाद अब वे बिहार वापस आकर उसे बदलना चाहती हैं.
समाचार पत्रों में दिए विज्ञापन में पुष्पम ने बिहार की जनता के नाम पत्र भी लिखा है. उन्होंने कहा है कि यह पत्र एक मुख्यमंत्री प्रत्याशी अपने साथी नागरिकों को लिख रही है. जनता से इसे संभाल कर रखने की अपील करते हुए उन्होंने लिखा है कि यह उनके बच्चों के बेहतर भविष्य की गारंटी है.
पत्र में वह बिहार को बदलने की बात करतीं हैं. पुष्पम ने लिखा है कि अगर वे मुख्यमंत्री बनतीं हैं तो अगले पांच साल में बिहार को देश का सबसे विकसित राज्य बना देंगी और आगे साल 2030 तक राज्य का विकास यूरोप के देशों की तरह हो जाएगा.
उन्होंने लिखा है कि बिहार बेहतरी के लायक है और यहां बेहतरी संभव है. पुष्पम ने अपनी राजनीतिक पार्टी 'प्लूरल्स' बनाई है. उन्होंने खुद को पार्टी का अध्यक्ष बताया है. उनके अनुसार यह पार्टी सकारात्मक राजनीति और पॉलिसी मेकिंग की विचारधारा पर आधारित है.
उन्होंने अपने विज्ञापन में 'जन गण सबका शासन' की पंच लाइन भी दी है. साथ ही बताया है कि बिहार में अब सबका शासन होगा. वहीं, विनोद चौधरी ने बेटी के इस फैसले पर अपनी राय जाहिर की है. उन्होंने कहा कि पिता होने की वजह से उनका आशीर्वाद बेटी के साथ है.
उन्होंने कहा, 'वो बालिग है और पढी-लिखी भी है. ये उसका फैसला है. अगर वो पार्टी (जदयू) की टॉप लीडरशिप को चुनौती देगी तो जाहिर है कि पार्टी उसका समर्थन नहीं करेगी. हालांकि विनोद चौधरी की बेटी के ऐलान पर फिलहाल जदयू नेताओं का अभी कोई बयान नहीं आया है.