Tripura Assembly Elections 2018: आज तय होगा नए मुख्यमंत्री का नाम, बिप्लब कुमार देब रेस में सबसे आगे
By स्वाति सिंह | Published: March 6, 2018 12:59 AM2018-03-06T00:59:40+5:302018-03-06T09:01:01+5:30
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री की रेस में त्रिपुरा बीजेपी के बिप्लव देव का नाम सबसे आगे है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है इस मामले में बिप्लव देव बताया कि यह फैसला आज होने वाली बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में तय होगा।
अगरतला, 6 मार्च: त्रिपुरा में बीजेपी और (इंडीजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा) आईपीएफटी के विधायक मंगलवार को नए नेता का चुनाव करेंगे। मुख्यमंत्री की रेस में त्रिपुरा बीजेपी के बिप्लव देव का नाम सबसे आगे है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है इस मामले में बिप्लव देव बताया कि यह फैसला आज होने वाली बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में तय होगा।
बीजेपी प्रवक्ता मृणाल कांति देब ने बताया कि केंद्रीय मंत्री जुएल ओरांव भी बैठक में मौजूद रहेंगे। बिप्लव देव के मुताबिक आठ मार्च को राजधानी के सबसे बड़े स्टेडियम में भव्य समारोह में मुख्यमंत्री शपथ लेंगे और इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भाग ले सकते हैं।
वहीं दूसरी तरफ आईपीएफटी ने बीजेपी के लिए कहा है कि अगर उन्हें मंत्रिमंडल में सम्मानजनक पद नहीं मिला तो वह नई सरकार को समर्थन नहीं देगी। बता दें कि आईपीएफटी अध्यक्ष एनसी देबबर्मा ने मुख्यमंत्री पद के लिए स्थानीय विधायकों में से ही किसी के चुने जाने की मांग की है। जब यह सवाल किया गया कि सम्मानजनक पदों से आपका क्या आशय है,तब उन्होंने बताया कि कैबिनेट में उचित अनुपात में उनके विधायकों को प्रतिनिधित्व मिलने और उन्हें बड़े विभाग भी दिए जाने से है। उन्होंने ने कहा कि आशंका है कि हमे कैबिनेट में उचित जगह नहीं दी जाएगी और बीजेपीकी तरह महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिये जाएंगे।
इस बार हुए विधानसभा चुनाव में अभी राज्य के 60 में से 59 सीटों पर हुए चुनाव में सभी सीटों के नतीजे घोषित हुए हैं। जिसमें बीजेपी को 35 सीटें मिलीं, वहीं सहयोगी पार्टी आईपीएफटी के साथ कुल 43 सीटों पर विजय मिली। जबकि सत्ताधारी सीपीएम को महज 16 सीटें ही हासिल हो पाई हैं। चारीलाम सीट से सीपीएम के उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देबर्मा के निधन की वजह से इस सीट पर 12 मार्च को मतदान होगा। हालांकि अब इससे कोई खास फर्क पड़ते नजर नहीं आ रहा।