कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष की उपलब्धियों को ‘‘शून्य’’ बताया और दावा किया कि देश ने संसदीय लोकतंत्र को कमतर दिखाने के प्रयासों को देखा और इस दौरान विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया।
राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था ‘‘घुटनों के बल’’ आ गई है और संघीय ढांचे की ‘‘हत्या हो गई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष की उपलब्धियों के बारे में पहला आंकड़ा जो दिमाग में आया वह है शून्य। देश के लोग मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष को शून्य के तौर पर याद रखेंगे।’’
मोदी और उनकी कैबिनेट के सदस्यों ने 2019 में दूसरी बार आज ही के दिन शपथ ली थी। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पिछले एक वर्ष में संसदीय लोकतंत्र को कमतर दिखाने का प्रयास किया गया और ‘‘देश के संघीय ढांचे’’ की हत्या कर दी गई। भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए ओ’ब्रायन ने कहा कि यह सरकार ‘‘नारे लिखने, विज्ञापन करने और अपना प्रचार करने’’ में अच्छी है।
कांग्नेस ने कहा, निराशा, कुप्रबंधन और पीड़ा का रहा मोदी सरकार में पिछला एक साल
कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक साल पूरा होने के मौके पर शनिवार को दावा किया कि पिछला एक साल देश के लिए भारी निराशा, कुप्रबंधन और असीम पीड़ा देने वाले रहा है। पार्टी ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ के मौके पर ‘बेबस लोग, बेरहम’ सरकार’ का नारा दिया है कि और सरकार की ‘विफलताओं’ की 16 सूत्री सूची जारी की है।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ‘‘ भारी निराशा, आपराधिक कुप्रबंधन एवं असीम पीड़ा का साल सातवें साल की शुरुआत में भारत एक ऐसे मुकाम पर आकर खड़ा है, जहां देश के नागरिक सरकार द्वारा दिए गए अनगिनत घावों व निष्ठुर असंवेदनशीलता की पीड़ा सहने को मजबूर हैं।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘पिछले छः सालों में देश में भटकाव की राजनीति एवं झूठे शोरगुल की पराकाष्ठा मोदी सरकार के कामकाज की पहचान बन गई। दुर्भाग्यवश, भटकाव के इस आडंबर ने मोदी सरकार की राजनैतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा तो किया, परंतु देश को भारी सामाजिक व आर्थिक क्षति पहुंचाई।’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ‘‘ ढोल नगाड़े बजाकर बड़े बड़े वादे कर सत्ता में आई यह सरकार देश को सामान्य रूप से चलाने की एक छोटी सी उम्मीद भी पूरा करने में विफल रही तथा उपलब्धि के नाम पर शून्य साबित हुई है। उन्होंने कहा कि ‘सरकार और प्रधानमंत्री द्वारा निर्मित’ त्रासदियों से देश पिछले कुछ वर्षों से जूझ रहा था और अब भी जूझ रहा है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने दूसरे कार्यकाल के लिये 30 मई 2019 को शपथ ली थी।