तेजस्वी यादव के सवाल पर फूटा भाजपा विधायक श्रेयसी सिंह का गुस्सा, कहा- आपको चिंता करने की जरूरत नहीं
By एस पी सिन्हा | Published: February 23, 2021 08:06 PM2021-02-23T20:06:51+5:302021-02-23T20:08:29+5:30
बिहार विधानसभ में खेल के सवाल पर भाजपा के टिकट पर पहली बार चुनाव जीतकर सदन में पहुंची श्रेयसी सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की बोलती बंद करा दी।
पटना,23 फरवरी। बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रदेश में खेलकूद की बुरी स्थिति का जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने जमुई से भाजपा विधायक और अंतर्राष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह का जिक्र करते हुए पूछा कि वह बताएं कि बिहार में कहीं भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शूटिंग रेंज है, जहां बिहार की प्रतिभाओं को उभरने का मौका मिल सके?
इसके बाद भाजपा के टिकट पर पहली बार जीतकर विधानसभा में पहुंचीं और अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज रह चुकीं श्रेयसी सिंह ने इसका बचाव किया। इस पर तेजस्वी ने कहा कि बात आपकी और हमारी नहीं है हम उनकी बात कर रहे हैं जिन्हें कोई सुविधा नहीं मिलती। तेजस्वी ने श्रेयसी सिंह को सम्बोधित करते हुए कहा कि-'आप यहां जीतकर आई हैं, इसकी हमें खुशी है। आप तो हमारे साथ पढी हैं। हमारी बैच मेट रही हैं।'
सरकार का बचाव करते हुए श्रेयसी सिंह ने कही यह बात
इस पर श्रेयसी सिंह ने तुरंत उन्हें टोका। सरकार का बचाव करते हुए उन्होंने बैठे-बैठे ही अपनी बात कहनी शुरू कर दी, लेकिन बीच में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने उन्हें टोक दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा-'माननीय सदस्या, यदि आपको कुछ कहना है तो अपनी जगह पर खड़े होकर कहें, बैठे-बैठे नहीं। तब श्रेयसी सिंह अपनी जगह पर खड़ी हुईं और उन्होंने कहा कि कल ही बजट में राजगीर में खेल विश्वविद्यालय की घोषणा की गई है। जहां तक राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शूटिंग रेंज की बात है तो इस पर भी माननीय मंत्री आलोक रंजन जी से मेरी बात हो चुकी है। मुझे पूरी उम्मीद है कि सरकार बिहार की खेल प्रतिभाओं के लिए सारी सुविधाएं देगी। इसके लिए आपको चिंता करने की जरूरत नहीं।
तेजस्वी यादव का आरोप- 15 साल से बिहार में खेल प्रतिभाओं के लिए कुछ नहीं हुआ
वहीं, तेजस्वी ने आरोप लगाया कि पिछले 15 साल से बिहार में खेल प्रतिभाओं के लिए कुछ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि खेल विश्वविद्यालय असल में राजद सरकार के समय की योजना थी। बस उसका नाम बदलकर खेल विश्वविद्यालय कर दिया गया है। तेजस्वी ने कहा क्या हम नहीं चाहते हैं कि बिहार के खिलाड़ी भी अपनी पहचान बना सकें। लेकिन सरकार ने ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की है। तेजस्वी ने विधानसभा में सार्थक बहस की वकालत की। यह भी कहा कि राजनीति में व्यक्तिगत कुछ नहीं होता। दरअसल, तेजस्वी नीतीश सरकार को रोजगार, भ्रष्टाचार, अपराध सहित विभिन्न मुद्दों पर नाकाम बता रहे थे। इसी क्रम में खेलकूद की सुविधाओं की बदहाली का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि क्या बिहार के बच्चों का मन नहीं होता कि वे देश के लिए ओलंपिक से गोल्ड जीतकर लाएं?