तमिलनाडु 2021 विधनसभा चुनावः भाजपा से नजदीकी के चलते सेल्वम पर गाज, द्रमुक ने विधायक को पार्टी से निकाला
By भाषा | Published: August 13, 2020 04:37 PM2020-08-13T16:37:08+5:302020-08-13T16:37:08+5:30
द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया, “उन्होंने जो जवाब दिया वह स्वीकार करने लायक नहीं था इसलिए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से निष्कासित किया जाता है।”
चेन्नईः द्रमुक विधायक कु. का. सेल्वम द्वारा भाजपा की प्रशंसा करने के बाद पार्टी ने उनकी प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी है। पार्टी ने कहा कि अनुशासनहीनता के लिए पांच अगस्त को विधायक को निलंबित किए जाने के समय कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था जिसका जवाब स्वीकार करने लायक नहीं है।
द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया, “उन्होंने जो जवाब दिया वह स्वीकार करने लायक नहीं था इसलिए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से निष्कासित किया जाता है।”
पार्टी से निकाले जाने पर सेल्वम ने पीटीआई-भाषा से कहा कि वह इस मसले पर अपने वकीलों से सलाह लेने के बाद प्रतिक्रिया देंगे। हाल ही में सेल्वम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की थी और दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की थी। सेल्वम यहां स्थित भाजपा मुख्यालय ‘कमललायम’ भी गए थे और उन्होंने द्रमुक में “वंशवाद” का आरोप लगाया था।
Tamil Nadu: MLA Ku Ka Selvam dismissed from the primary membership of Dravida Munnetra Kazhagam (DMK) for indulging in 'anti-party' activities.
— ANI (@ANI) August 13, 2020
तमिलनाडु में 2021 के विधनसभा चुनाव में भाजपा, द्रमुक के बीच मुकाबला होगा : वी पी दुरैसामी
तमिलनाडु भाजपा के उपाध्यक्ष वी पी दुरैसामी ने दावा किया कि राज्य में पार्टी के उभार ने राजनीतिक परिदृश्य बदल दिया है और 2021 का विधानसभा चुनाव भाजपा यानी पार्टी नीत गठबंधन और द्रमुक के बीच का मुकाबला होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय दल होने के नाते भाजपा का 2021 विधानसभा चुनाव में गठबंधन की अगुवाई करने का हक है। लेकिन सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने यह कहते हुए दुरैसामी के बयान को तवज्जो नहीं दी कि वह केवल तभी इस पर अपनी प्रतिक्रिया देगी जब भाजपा का प्रदेश नेतृत्व इस बयान पर मुहर लगाएगा।
अन्नाद्रमुक और भाजपा ने 2019 का लोकसभा चुनाव तमिलनाडु में मिलकर लड़ा था। दुरैसामी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ भाजपा ने तमिलनाडु में काफी प्रगति की है। इससे पहले यह अन्नाद्रमुक बनाम द्रमुक था। अब कु का सेल्वम प्रकरण के बाद यह अगले चुनाव में भाजपा बनाम द्रमुक हो गया है।’’ इस बीच, चेन्नई के थाउजेंड लाईट्स निर्वाचन क्षेत्र के विधायक और भाजपा के प्रति रूझान रखने वाले प्रतीत हो रहे सेल्वम ने पिछले सप्ताह दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा से भेंट की थी और वह यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय गये थे। उन्हें द्रमुक से निलंबित कर दिया गया है।
सेल्वम चाहते थे कि द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन कांग्रेस से रिश्ता तोड़ लें और उस यट्यूब ग्रुप की निंदा करें जिसने भुगवान मुरुगन का गुणगान करने वाले तमिल भजन ‘कांडा शष्टि कवचम’ का अपमान किया था। गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर दुरैस्वामी ने कहा, ‘‘ समान विचारधारा वाली सभी पार्टियां हमारे गठबंधन का हिस्सा होंगी। हमारा गठबंधन निश्चित ही चुनाव जीतेगा और सरकार बनाएगा। ’’
मई में द्रमुक से भाजपा में आए दुरैसामी से जब पूछा गया कि इस गठबंधन की अगुवाई कौन करेगा तो उन्होंने कहा, ‘‘ राष्ट्रीय दल होने के नाते राज्य में भाजपा का 2021 विधानसभा चुनाव में गठबंधन की अगुवाई करने का हक है। लेकिन यह मेरा निजी विचार है। पार्टी नेतृत्व गठबंधन पर निर्णय लेगा।’’
इस पर अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता और राज्य के मंत्री डी जयकुमार ने कहा, ‘‘ क्या (भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एल) मुरुगन ने ऐसा कहा? मुरुगन प्रदेश भाजपा प्रमुख हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था में कोई भी अपनी राय रख सकता है। क्या यह पार्टी की राय है, पहले वह (मुरुगन) स्पष्ट करें। तब हम जवाब देंगे।’’