लॉकडाउन के बीच गरीब महिलाओं को 25 लाख सैनिटरी नैपकिन बांटेगी महिला कांग्रेस: सुष्मिता देव

By भाषा | Published: May 29, 2020 02:30 PM2020-05-29T14:30:06+5:302020-05-29T14:30:06+5:30

कोरोना महामारी और लॉकडाउन को लेकर अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कहा कि इसके चलते मुश्किलों का सामना कर रहे गरीब परिवारों की महिलाओं को आने वालो दिनों में उनका संगठन 25 लाख सैनिटरी नैपकिन बांटेगा।

Sushmita Dev says Women's Congress to distribute 25 lakh sanitary napkins to women from poor families | लॉकडाउन के बीच गरीब महिलाओं को 25 लाख सैनिटरी नैपकिन बांटेगी महिला कांग्रेस: सुष्मिता देव

दूसरी गरीब महिलाओं को अब तक करीब पांच लाख नैपकिन बांटी जा चुकी हैं।  (फोटो सोर्स- इंटरनेट)

Highlightsसुष्मिता के मुताबिक श्रमिक ट्रेनों में सफर करने वाली महिलाओं, पृथक-वास केंद्रों (क्वारंटीन सेंटर) में रह रही महिलाओं और दूसरी गरीब महिलाओं को अब तक करीब पांच लाख नैपकिन बांटी जा चुकी हैं।अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते मुश्किलों का सामना कर रहे गरीब परिवारों की महिलाओं को आने वालो दिनों में उनका संगठन 25 लाख सैनिटरी नैपकिन बांटेगा।

नई दिल्ली: अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते मुश्किलों का सामना कर रहे गरीब परिवारों की महिलाओं को आने वालो दिनों में उनका संगठन 25 लाख सैनिटरी नैपकिन बांटेगा। सुष्मिता के मुताबिक श्रमिक ट्रेनों में सफर करने वाली महिलाओं, पृथक-वास केंद्रों (क्वारंटीन सेंटर) में रह रही महिलाओं और दूसरी गरीब महिलाओं को अब तक करीब पांच लाख नैपकिन बांटी जा चुकी हैं। 

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘महिला कांग्रेस का संकल्प 25 लाख सैनिटरी नैपकिन उन महिलाओं तक पहुंचाना है जो लॉकडाउन की वजह से इनको ख़रीद नहीं पा रही हैं। हम सैनेटिरी नैपकिन के साथ साबुन और अखबार भी दे रहे हैं ताकि महिलाएं साफ-सफाई का पूरा ध्यान रख सकें।’’ सुष्मिता ने सवाल किया, ‘‘महिला एवं बाल विकास मंत्रालय बार-बार महिलाओं को बता रहा है कि वे सस्ते दरों पर सैनिटरी नैपकिन जन औषधि केंद्र से ख़रीदें। लेकिन जो महिला चिकित्सा प्रमाणपत्र के लिए 12 से 18 घंटा आज क़तार में खड़ी हैं, ट्रेन में सफर रही है, पैदल चल रही है, क्वॉरंटीन सेंटर में है, वह जन औषधि केंद्र तक कैसे पहुंचेगी ?’’ 

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘इस सरकार की महिला स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का स्तर यह है कि इन्होंने पहले सैनिटरी नैपकिन को आवश्यक उत्पादों की श्रेणी में नहीं रखा और जब लोगों ने इसकी आलोचना की तब मंत्रालय ने एक परिपत्र के माध्यम से सैनिटरी नैपकिन को आवश्यक उत्पाद में शामिल किया। सरकार को यह समझ नहीं आ रहा है कि माहवारी महामारी के वक़्त नहीं रूकती।’’ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ सुरक्षित माहवारी एक मानव अधिकार है। यह महिला की गरिमा, समानता और स्वास्थ्य का अधिकार से जुड़ा है।’’ 

Web Title: Sushmita Dev says Women's Congress to distribute 25 lakh sanitary napkins to women from poor families

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