नई दिल्ली, 12 जुलाईः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के 'हिंदू पाकिस्तान' बयान को लेकर सियासी घमासान मच गया है और इसका बीजेपी ने तीखा विरोध जताया है। वहीं, कांग्रेस ने भी अपने नेताओं को संभलकर बोलने की नसीहत दी है। इधर, बयान को लेकर बवाल मचने के बाद शशि थरूर ने एक ट्वीट कर बताया है कि वह हिन्दू विरोधी नहीं हैं।
उन्होंने ट्वीट कर बताया है कि उन पर जिस समय हिन्दू विरोधी होने के आरोप लगे हैं उससे ठीक पहले उन्होंने तिरुवनंतपुरम के पूंथुरा में शिव मंदिर में पूजा अर्चना की है, जिसकी उन्होंने फोटो भी ट्विटर पर शेयर की हैं।
पात्रा ने कहा कि मोदी और बीजेपी से नफरत करते-करते कांग्रेस पार्टी लक्ष्मण रेखा लांघ गई है और हिन्दुस्तान और हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया है। कांग्रेस पार्टी के नेता अपनी तुच्छ राजनीति के लिए भारत को नीचा दिखाने का काम करते हैं। कांग्रेस में शशि थरूर पहले नेता नहीं हैं। मणिशंकर अय्यर और राहुल गांधी भी पहले भारत के खिलाफ बयान दे चुके हैं।
संबित पात्रा ने कहा कि बीजेपी सवाल करती है कि भारत की मर्यादा पर हमला करना कितना सही है। उन्होंने कहा, 'शशि थरूर, अगर आप पाकिस्तान के नागरिकों से प्यार करना चाहते हैं तो करिए, लेकिन भारत को नीचा मत दिखाएं।' मुस्लिम बुद्धिजीवियों से राहुल गांधी मंदिर जाने के लिए माफी मांगते हैं। राहुल जो मंदिर जाने का नाटक करते हैं, ये ज्यादा दिन नहीं चलेगा। कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति नहीं छोड़ सकती।
इधर, कांग्रेस ने अपने नेता शशि थरूर के बयान को खारिज कर दिया और कहा कि भारत का लोकतंत्र और इसके मूल्य इतने मजबूत हैं कि भारत कभी पाकिस्तान बनने की स्थिति में नहीं जा सकता। पार्टी ने अपने नेताओं को यह नसीहत भी दी कि 'बीजेपी की घृणा' का जवाब देते समय वे पूरी सावधानी बरतें। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर आरोप लगाया, 'मोदी सरकार ने पिछले चार वर्षों में विभाजन, कट्टरता, घृणा, असहिष्णुता और ध्रुवीकरण का माहौल पैदा किया है।'
इससे पहले कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने संवाददाताओं से कहा कि भारत का लोकतंत्र इतना मजबूत है कि सरकारें आती जाती रहें, लेकिन यह देश कभी पाकिस्तान नहीं बन सकता। भारत एक बहुभाषी और बहुधर्मी देश है। मैं कांग्रेस के हर नेता और कार्यकर्ता से आग्रह करूंगा कि वे इस बात का ध्यान रखें कि किस तरह के बयान देने हैं। शेरगिल ने कहा, 'चाहे भाजपा अपने नेताओं के विवादित बयानों पर चुप्पी साध ले, चाहे भाजपा आईएसआई को भारत बुलाए, चाहे भाजपा जम्मू-कश्मीर के चुनाव के लिए पाकिस्तान का शुक्रिया अदा करे, चाहे भाजपा के मंत्री अपराधियों को हार पहनाकर इस देश के संविधान को हरा दें, लेकिन हमें बोलने में सावधानी बरतनी चाहिए।'
खबरों के मुताबिक, थरूर ने तिरुवनंतपुरम में कहा कि बीजेपी अगर साल 2019 में जीतती है, तो वह नया संविधान लिखेगी, जिससे यह देश पाकिस्तान बनने की राह पर अग्रसर होगा जहां अल्पसंख्यकों के अधिकारों का कोई सम्मान नहीं किया जाता है।(खबर इनपुट-भाषा)लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर सब्सक्राइब करें!