लाइव न्यूज़ :

बीजेपी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से ने की उद्धव ठाकरे से मुलाकात, शिवसेना-एनसीपी में जाने की चर्चा

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: December 11, 2019 07:52 IST

खड़से ने कहा-कांग्रेस, शिवसेना और राकांपा में कई नेताओं से मेरे करीब के संबंध हैं. ऐसे में इन दलों के नेताओं को यह लगता है कि 40 से 42 वर्ष का अनुभव वाला कार्यकर्ता उनकी पार्टी में आ जाएगा तो काफी फायदा होगा.

Open in App
ठळक मुद्देखड़से ने कहा कि 12 दिसंबर को गोपीनाथ गढ़ पर स्वाभिमान सम्मेलन का आयोजन किया गया है.खड़से ने बताया कि सोमवार को उनकी राकांपा नेता शरद पवार से आधा घंटा चर्चा हुई.

प्रमोद गवली

भाजपा में नाराज चलने वाले पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से मंगलवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिले. इसके बाद राजनीतिक हलकों में अटकलों का दौर शुरू हो गया है. हालांकि खुद खड़से ने इस बारे में खुलकर बोलने से परहेज किया है. पिछले कुछ दिनों से खड़से के शिवसेना में जाने की चर्चाओं ने जोर पकड़ रखा है. ऐसे में दोनों नेताओं की मुलाकात काफी मायने रखती है. हालांकि ठाकरे से मिलने के बाद खड़से ने मीडिया से कहा कि वे नाराज नहीं हैं.

इस तरह की खबरें गलत हैं. 'मुझे मनाने के लिए सुधीर मुनगंटीवार, विनोद तावड़े, राज पुरोहित आदि नेताओं ने कोशिश की. इसमें सच्चाई नहीं है. वे मिलने आए जरूर, लेकिन मनाने वाली बात गलत है. उनके आने मात्र से ही राजनीतिक चर्चा होना स्वाभाविक है. कांग्रेस, शिवसेना और राकांपा में कई नेताओं से मेरे करीब के संबंध हैं. ऐसे में इन दलों के नेताओं को यह लगता है कि 40 से 42 वर्ष का अनुभव वाला कार्यकर्ता उनकी पार्टी में आ जाएगा तो काफी फायदा होगा. इसमें गलत क्या है? लेकिन अब तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं किया है.'

खड़से ने ठाकरे से करीब 25 मिनट तक बातचीत की. इसके बाद मीडिया को खड़से ने बताया कि सोमवार को उनकी राकांपा नेता शरद पवार से आधा घंटा चर्चा हुई. जलगांव जिले के कुछ विकासकार्यों के लिए उनकी सिफारिश की जरूरत थी. इसी कारण उनसे मिलना हुआ. मुख्यमंत्री से भी इस सिलसिले में मिला. इन योजनाओं की लागत 6500 करोड़ रु. आंकी गई है. यदि उन्होंने सिफारिश की तो संबंधित योजनाओं का काम आगे बढ़ सकता है.

खड़से ने कहा कि 12 दिसंबर को गोपीनाथ गढ़ पर स्वाभिमान सम्मेलन का आयोजन किया गया है. हर वर्ष हम इस गढ़ पर जाते हैं. इस बार भी हम जाने वाले हैं. 'मैं जब मंत्री था, तब पांच वर्ष पहले औरंगाबाद में गोपीनाथ मुंडे स्मारक स्थापित करने के लिए जगह उपलब्ध कराई थी, लेकिन मेरे मंत्रिमंडल से बाहर हो जाने के बाद पांच वर्ष में उस पर कोई काम नहीं हो पाया. ठाकरे से मैंने इस स्मारक को उनके कार्यकाल में पूरा करने की अपील की है.'

इस स्मारक के लिए 30 से 40 करोड़ रु. का खर्च अनुमानित है. खड़से ने यह भी बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकरे से आग्रह किया है कि गोपीनाथ गढ़ पर आकर वे खुद स्मारक की घोषणा करे. मुख्यमंत्री ने स्मारक के लिए राशि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है. आने वाले दिनों में खुद ठाकरे स्मारक स्थल का दौरा करेंगे.

टॅग्स :उद्धव ठाकरेशिव सेनाभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
Open in App

संबंधित खबरें

भारतMaharashtra Local Body Elections: महाराष्ट्र निकाय चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, भाजपा और शिवसेना के बीच मुकाबला

भारतसिंधुदुर्ग स्थानीय निकाय चुनावः संदेश पारकर के लिए प्रचार क्यों कर रहे हैं?, भाजपा नेता नितेश राणे ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को घेरते हुए पूछे सवाल?

भारतमहाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव 2025ः ‘महायुति’ के सामने दो प्रमुख चुनौतियां?, बीजेपी-शिवसेना में रार और ओबीसी आरक्षण मुद्दे पर कानूनी चुनौती, कैसे पार लगाएंगे सीएम फडणवीस?

भारतसंसद में ऊंची आवाज में ‘वंदे मातरम’ नारा लगाएंगे शिवसेना (उबाठा) के सांसद, उद्धव ठाकरे ने कहा- सदन से बाहर निकाल कर दिखाएं भाजपा

भारतमहाराष्ट्र नगर निकाय चुनाव 2025ः शरद और राहुल को छोड़ राज ठाकरे आवास ‘शिवतीर्थ’ पहुंचे उद्धव, बीएमसी, पुणे और नासिक में गठजोड़ कर लड़ेंगे

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा