उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए से अलग होने के दिए संकेत, बोले- 'याचना नहीं अब रण होगा'
By एस पी सिन्हा | Published: December 7, 2018 04:19 AM2018-12-07T04:19:59+5:302018-12-07T04:19:59+5:30
राहुल गांधी से संभावित अपनी अहम मुलाकात के बाद कुशवाहा एनडीए छोडने की घोषणा करेंगे। बताया यह भी जा रहा है कि राहुल गांधी के साथ मुलाकात के बाद वे केंद्रीय मंत्री पद से भी इस्तीफा दे सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री एवं रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए से अलग होने कयासों के बीच उपेंद्र कुशवाहा ने आज भी तस्वीर साफ नहीं की। मोतिहारी में आयोजित अधिवेशन में भी कुशवाहा ने कोई एलान नहीं किया। रालोसपा के अधिवेशन को संबोधित करते हुए आरएलएसपी प्रमुख कुशवाहा ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता पढते हुए कहा कि याचना नहीं अब रण होगा।
दरअसल, ये पंक्तियां रामधारी सिंह 'दिनकर' की कविता 'कृष्ण की चेतावनी' से ली गई हैं। उन्होंने मंच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। वहीं, रालोसपा के ट्विटर हैंडल से इसको लेकर ट्वीट भी किया है। वहीं, इन सबके बीच अब ऐसी खबरें आ रही है कि रालोसपा प्रमुख दस दिसंबर को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे।
चर्चा है कि राहुल गांधी से संभावित अपनी अहम मुलाकात के बाद कुशवाहा एनडीए छोडने की घोषणा करेंगे। बताया यह भी जा रहा है कि राहुल गांधी के साथ मुलाकात के बाद वे केंद्रीय मंत्री पद से भी इस्तीफा दे सकते हैं। रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने आज प्रधानमंत्री मोदी को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि मैंने जिसके साथ काम किया और उनके साथ काम करके मुझे कोई बडा परिवर्तन नहीं दिखा। बिहार एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर कुशवाहा ने कहा कि भाजपा से हमारी बात हुई, लेकिन बात नहीं बनी। उन्होंने कहा कि हमने अमित शाह से मिलकर बात करने की कोशिश की, लेकिन वक्त नहीं मिला। हमने बहुत कोशिश की पीएम मोदी से भी मिलें। लेकिन जवाब नहीं आया।
नीतीश कुमार पर साधा निशाना
कुशवाहा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि मैं नीतीश कुमार को मैं बडा भाई मानता था। लेकिन किसी मंच पर नीतीश जी ने मुझे नीच कहा था। उन्होंने तंज कसा कि भारत सरकार में मंत्री भी हूं, पता नहीं कैसे मैं नीच हो गया? कुशवाहा ने कहा कि बिहार में पंद्रह साल पहले जो हालत वही हाल आज भी है।
कुशवाहा ने बिहा की शिक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल
उन्होंने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमने शिक्षा को लेकर हमेशा सवाल उठाए हैं वह बेहद जरूरी हैं। कुशवाहा ने कहा कि राजनीति में मैंने अभी बहुत छोटी यात्रा की है और अभी बहुत लम्बा रास्ता तय करना है। उन्होंने नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया कि बिहार में हमारी पार्टी को तोडने की कोशिश की जा रही थी। हमारी पार्टी को कमजोर करने की हर संभव कोशिश हो रही थी। उन्होंने कहा कि मैं नीतीश जी से कम पढा लिखा नहीं हूं। कुशवाहा ने कहा कि हमने जिसके साथ 10-12 साल लम्बी लडाई लडी वह बेकार चली गई। जो हालत पहले के 15 साल थी वही हाल आज भी है। उन्होंने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमने शिक्षा को लेकर हमेशा सवाल उठाए हैं, वे बेहद जरूरी हैं। जो हाल 15-20 साल पहले था वही हाल आज भी है। उन्होंने कहा कि नीतीश मॉडल में शिक्षा का हाल पूरी तरह बदहाल हो गया है।