Patna news: लालू यादव के चहेते शहाबुद्दीन तेजस्वी की टीम से बाहर, राजद की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन, 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 6, 2020 02:19 PM2020-03-06T14:19:05+5:302020-03-06T14:19:05+5:30
लालू की पत्नी राबड़ी देवी, दल के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह, शिवानंद तिवारी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और बिहार विधान परिषद सदस्य मोहम्मद क़मर आलम को राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के पद पर बरकार रखा गया है।
पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के चहेते राजद के पूर्व सांसद, बाहुबली नेता और सजायाफ्ता मोहम्मद शहाबुद्दीन को नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई है। हालांकि मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में जगह दी है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने चारा घोटाला मामलों में रांची में सजा काट रहे अपने संस्थापक लालू प्रसाद को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद बरकरार रखते हुए राजद की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित की है। राजद द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार लालू की पत्नी राबड़ी देवी, दल के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह, शिवानंद तिवारी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और बिहार विधान परिषद सदस्य मोहम्मद क़मर आलम को राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के पद पर बरकार रखा गया है।
राजद ने 2018 में पांच राष्ट्रीय उपाध्यक्षों की नियुक्ति की थी जिनमें से मंगनी लाल मंडल ने राजद छोड़ दिया है जबकि मोहम्मद इलियास हुसैन भ्रष्टाचार के मामले में दोषी ठहराए जाने पर सजा काट रहे हैं। राजद ने राज्यसभा सदस्य अहमद अशफाक करीम को पार्टी का राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नामित किया है व लालू के करीबी विश्वासपात्र कांति सिंह, भोला यादव और जयप्रकाश नारायण यादव राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया है।
राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों में लालू के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव और बडे पुत्र तेजप्रताप यादव और बडी बेटी मीसा भारती, राज्यसभा सदस्य प्रेम चंद्र गुप्ता और मनोज झा के अलावा वरिष्ठ विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी और राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे शामिल हैं। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू छोड राजद में शामिल हुए उदय नारायण चौधरी और रमई राम को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है।
2020 के बिहार चुनाव से पहले आरजेडी के इस बड़े फैसले के पीछे तेजस्वी यादव का हाथ माना जा रहा है। बिहार में अब तक आरजेडी लालू के नेतृत्व में चुनाव लड़ती रही है, लेकिन इस बार लालू सियासत के परिदृश्य से बाहर हैं। बिहार के बाहुबली नेताओं में शुमार शहाबुद्दीन पूर्व में सीवान सीट से चार बार सांसद रह चुके हैं। माना जा रहा है कि तेजस्वी के साथ सत्ता के समर में उतरने वाली आरजेडी ने अपनी छवि सुधारने की दिशा में शहाबुद्दीन को संगठन से बाहर किया है। इससे पहले आरजेडी राजबल्लभ यादव समेत कुछ दागी नेताओं को पार्टी से बाहर कर चुकी है।