जयपुरः राजस्थान में किसान महापंचायत हो रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने केंद्र सरकार पर हमला बोला।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समाधान दो मिनट में निकल सकता है, लेकिन केंद्र सरकार जिद पर अड़ी है। वहीं सचिन पायलट ने केंद्र की नीतियों पर हमला किया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट लगभग दो साल बाद एक हेलीकाप्टर में सवार हुए। उनके साथ राजस्थान प्रभारी अजय माकन और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी थे। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष ने ट्वीटर पर फोटो शेयर किया है।
केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस ने शनिवार को पिलानियों की ढाणी, धनेरू डूंगरगढ़ और मातृकुंडिया में किसान पंचायत रखी थी। मुख्यमंत्री गहलोत इनमें शामिल होने के लिए जयपुर से हेलीकाप्टर से रवाना हुए। माकन व डोटासरा ने इसकी फोटो ट्विटर पर साझा की जिसमें चारों नेता मुस्कुरा रहे हैं।
यह फोटो, कांग्रेस की किसान पंचायतों से पहले ही वायरल हो गयी। लोगों ने इसको लेकर तरह-तरह की टिप्पणी की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने यह फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ये जो गहलोत जी मुस्कुरा रहे हैं; पायलट जी क्या गम है जो छुपा रहे हैं। इस मुस्कुराहट की कीमत विगत सवा दो साल से राजस्थान की जनता चुका रही है; ठगी जा रही है।’’
पार्टी सूत्रों के अनुसार लगभग डेढ़ साल बाद पहली बार गहलोत व पायलट ने एक साथ हवाई सफर किया। हालांकि पार्टी नेताओं ने इसे तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि फिलहाल बड़ी बात किसानों की आवाज मजबूत करना है। चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा, ‘‘पूरी कांग्रेस पार्टी हमारे नेता सोनिया गांधी व राहुल गांधी के नेतृत्व में एकजुट है।’’
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर गुटबंदी का आरोप लगाने वाली भाजपा अपने अंतर्मन में झांके जिसके हर संभाग में अलग आवाज उठ रही है। उल्लेखनीय है कि आंदोलनरत किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने पिछले दिनों किसान महापंचायत की जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए थे।
वहीं सचिन पायलट अलग से भी तीन किसान महापंचायत कर चुके हैं जिसमें ज्यादातर वही विधायक शामिल हुए जिन्हें उनका समर्थक या निष्ठावान माना जाता है। पहली बार गहलोत व पायलट कांग्रेस द्वारा आयोजित किसी किसान पंचायत में शामिल होने के लिए एक ही हेलीकाप्टर से पहुंचे।
किसान आंदोलन का समाधान दो मिनट में संभव, लेकिन जिद पर अड़ी है केंद्र सरकार : गहलोतराजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जिद अच्छी नहीं होती। गहलोत शनिवार को डूंगरगढ़ में पिलानियों की ढाणी धनेरू में किसान पंचायत को संबोधित कर रहे थे। किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा, ‘'सरकारों को मतदाताओं, चाहे वे किसान हों या मजदूर... सम्मान के साथ उनकी मांगों को पूरा करने का प्रयास करना चहिए।
सौ दिन होने को आए हैं ...200 लोग मारे गए, पता नहीं कब तक यह आंदोलन चलेगा।'’ उन्होंने कहा, ‘‘क्या यह तरीका अच्छा है लोकतंत्र में? क्या कोई रास्ता नहीं निकल सकता? आप इन काले कानूनों को खत्म कर दीजिए। किसानों को बुलाकर बात कीजिए। विपक्ष को पूछकर नये कानून पारित कीजिए। दो मिनट में हल निकल सकता है।
लेकिन सरकार जिद पर अड़ी हुई है। लोकतंत्र में सरकार को जिद पर नहीं अड़ना चाहिए। सरकार को उदारता दिखानी चाहिए और संवेदनशील होना चाहिए, उनकी तकलीफ को समझना चाहिए कि ठंड में क्या बीत रही है उन लोगों पर। मोदी व अमित शाह को रात को नींद कैसी आती होगी, यह समझ के परे है।’’
गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र में सरकारें बदलती रहती हैं लेकिन देश में ऐसा माहौल कभी नहीं देखा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आंदोलन को लेकर सरकार के रवैये से दुनिया भर में भारत की छवि प्रभावित हो रही है। कहा जा रहा है कि लोकतंत्र की धज्जिया उड़ रही हैं, लोकतंत्र कमजोर हो रहा है। पत्रकारों व कार्यकर्ताओं को जेल में डाला जा रहा है।
गहलोत ने अपने हालिया बजट का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने इतना शानदार बजट पेश किया है कि विपक्षी दलों के पास कहने को कुछ बचा नहीं है। सभा में उमड़ी भारी भीड़ से उत्साहित दिख रहे कांग्रेस नेता ने लोगों से आगामी उपचुनाव में भी पार्टी को भारी बहुमत से जिताने की अपील की।
(एजेंसी इनपुट)