राजस्थान राजनीतिक संकट: कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद
By निखिल वर्मा | Published: July 21, 2020 02:04 PM2020-07-21T14:04:26+5:302020-07-21T14:10:21+5:30
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और बर्खास्त किए गए उपमुख्यमंत्री पायलट के बीच सत्ता को लेकर संघर्ष चल रहा है.
राजस्थान में राजनीतिक संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक ओर जहां सचिन पायलट समेत बागी विधायकों की याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई जारी हैं। वहीं जयपुर के बाहर होटल में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक हो रही है। यह पिछले एक सप्ताह में सीएलपी की तीसरी बैठक है। बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम में अशोक गहलोत सरकार के समर्थक विधायक एक होटल में रुके हुए हैं। बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ- साथ पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और पार्टी के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला, के सी वेणुगोपाल व अजय माकन भी मौजूद हैं।
कोर्ट आज सुना सकता है अपना फैसला
राजस्थान उच्च न्यायालय राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 अन्य बागी विधायकों द्वारा दायर याचिका पर मंगलवार को फैसला सुना सकता है। याचिका में पायलट और इन 18 विधायकों को राज्य विधानसभा अध्यक्ष की ओर से अयोग्य करार देने संबंधी नोटिस जारी करने को चुनौती दी गई है।
इस याचिका पर मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महंती और न्यायमूर्ति प्रकाश गुप्ता ने शुक्रवार को सुनवाई शुरू की और दलीलें सोमवार शाम तक सुनी गईं। इस मामले में सुनवाई सुबह साढ़े दस बजे से फिर से सुनवाई शुरू हो गई है। बागी विधायकों ने कांग्रेस की प्रदेश इकाई में जारी कलह के बीच शुक्रवार को अदालत का रुख किया था।
गहलोत के ओएसडी से पूछताछ
सीबीआई ने राजस्थान के पुलिस अधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई की चुरु में 23 मई को कथित आत्महत्या के मामले में राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी, देव राम सैनी से मंगलवार को पूछताछ की। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली से सीबीआई की विशेष अपराध शाखा की एक टीम राजगढ़ के थाना प्रभारी (एसएचओ), विश्नोई की मौत के सिलसिले में बयान दर्ज करने के लिए जयपुर में मौजूद है। उनका शव चुरु में अपने आधिकारिक निवास में पंखे से लटकता हुआ मिला था।
यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है जब राजस्थान सरकार सचिन पायलट की बगावत और उनको उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के बाद सियासी संकट का सामना कर रही है। हालांकि, सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि एजेंसी इस मामले में पेशेवर तरीके से जांच कर रही है जो उसे खुद राज्य सरकार ने सौंपी है। एजेंसी ने सोमवार की शाम कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया से उनके जयपुर स्थित घर में तीन घंटे तक पूछताछ की थी।