वायनाड से राहुल गांधी की उम्मीदवारी के बाद सियासत गरमाई, वाम दलों ने कहा- कांग्रेस हमें बनाने जा रही है निशाना
By भाषा | Published: March 31, 2019 09:02 PM2019-03-31T21:02:45+5:302019-03-31T21:02:45+5:30
माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य प्रकाश करात ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘उनकी प्राथमिकता अब केरल में वाम मोर्चा के खिलाफ लड़ना है। यह भाजपा से लड़ने की कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रतिबद्धता के खिलाफ है । ’’ उन्होंने बताया कि पार्टी इस कदम का विरोध करेगी।
माकपा और भाकपा ने रविवार को कहा कि वायनाड संसदीय क्षेत्र से राहुल गांधी को मैदान में उतारने के कांग्रेस के फैसले से संकेत मिलता है कि पार्टी केरल में वाम मोर्चा को निशाना बनाना चाहती है और पार्टी ने जोर देकर कहा कि वे उनकी हार सुनिश्चित करने का काम करेंगे।
माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य प्रकाश करात ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘उनकी प्राथमिकता अब केरल में वाम मोर्चा के खिलाफ लड़ना है। यह भाजपा से लड़ने की कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रतिबद्धता के खिलाफ है । ’’ उन्होंने बताया कि पार्टी इस कदम का विरोध करेगी।
करात ने कहा, ‘‘वाम मोर्चा के खिलाफ राहुल गांधी जैसे उम्मीदवार चुनने का मतलब है कि कांग्रेस केरल में वाम दलों को निशाना बनाने जा रही है। यह एक ऐसी चीज है जिसका हम पुरजोर विरोध करेंगे और इस चुनाव में, हम वायनाड में राहुल गांधी की हार सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे।’’ भाकपा नेता डी राजा ने भी कांग्रेस के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है।
राजा ने कहा, ‘‘इसका कोई मतलब नहीं है। मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि कांग्रेस यहां क्या राजनीति खेल रही है। केरल में भाजपा कहीं मुकाबले में नही है। यह मुकाबला वाम मोर्चा बनाम कांग्रेस नेतृत्व वाली संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा है। केरल में राहुल गांधी के चुनाव लड़ने से देश को आखिर क्या संदेश मिल रहा है।’’
चुनाव के लिए प्रचार करने के लिए तिरुवनंतपुरम आये माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि उम्मीदवारों पर फैसला करना राजनीतिक पार्टी का एक आंतरिक मामला होता है और किसी अन्य पार्टी को इसमें हस्तक्षेप करने की आवश्यकता नहीं है।