नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी व आरएसएस पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि बीजेपी व आरएसएस के लोग फेसबुक और वॉटसऐप को कंट्रोल कर रहे हैं।
इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा है कि बीजेपी व आरएसएस के लोग सोशल मीडिया के इन दो लोकप्रिय माध्यम को कंट्रोल कर फेक न्यूज को देश में फैलाते हैं।
यही नहीं राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में यह भी कहा है कि फेक न्यूज व नफरत को सोशल मीडिया के माध्यम से चुनाव में जीत हासिल करने के लिए फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी मीडिया ने आखिरकार फेसबुक के इस सच्चाई को लोगों के सामने लाने का काम किया है।
राहुल गांधी-नरेंद्र मोदी को छोड़कर देश की सेना पर सबको विश्वास है
इससे पहले भारत और चीन गतिरोध पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर से निशाना साधा था। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी को छोड़कर देश की सेना पर सबको विश्वास है।
राहुल गांधी ने रविवार ( 16 अगस्त) की सुबह ट्वीट किया, हर कोई भारतीय सेना की क्षमता और वीरता में विश्वास करता है, पीएम को छोड़कर, जिनकी कायरता ने चीन को हमारी जमीन लेने की अनुमति दी। जिनके झूठ से यह सुनिश्चित होगा कि वे इसे बनाए रखेंगे।
राहुल गांधी ने शुक्रवार (14 अगस्त) किए अपने ट्वीट में कहा था, भारत सरकार लद्दाख में चीनी इरादों का सामना करने से डर रही है। जमीनी हकीकत संकेत दे रही है कि चीन तैयारी कर रहा है और मोर्चा साधे है। प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत साहस की कमी और मीडिया की चुप्पी की भारत को बहुत भारी कीमत चुकानी होगी।
कोरोना वायरस को लेकर भी राहुल ने साधा था पीएम मोदी पर निशाना
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना वायरस के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बीच 13 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक हालिया टिप्पणी को लेकर उन पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि अगर कोविड-19 की यह ‘संभली हुई स्थिति’ है तो ‘बिगड़ी स्थिति’ किसे कहेंगे। उन्होंने ट्वीट किया था, कोरोना का ग्राफ कम नहीं हो रहा है, भयावह होता जा रहा है। अगर ये प्रधानमंत्री की ‘संभली हुई स्थिति’ है तो 'बिगड़ी स्थिति' किसे कहेंगे?
कांग्रेस नेता ने देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने से जुड़ा ग्राफ भी शेयर किया। प्रधानमंत्री मोदी ने 27 जुलाई को कहा था कि सही समय पर सही फैसले लेने की वजह से कोरोना के मामले में भारत की स्थिति अन्य देशों के मुकाबले संभली हुई है। उन्होंने कहा था कि आज भारत में पांच लाख से ज्यादा टेस्ट हर रोज हो रहे हैं और आने वाले हफ्तों में इसको 10 लाख प्रतिदिन करने की कोशिश हो रही है।