भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के लोकसभा में दिए गए विवादित बयान को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह देश के संसद के इतिहास में एक दुखद दिन है। उन्होंने प्रज्ञा की विवादित टिप्पणी का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘‘आतंकवादी प्रज्ञा ने आतंकवादी गोडसे को देशभक्त बताया। यह भारत के संसद के इतिहास का एक दुखद दिन है।’’ गौरतलब है कि प्रज्ञा ने बुधवार को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान उस वक्त विवादित टिप्पणी की थी जब द्रमुक सदस्य ए राजा बोल रहे थे।
भारत सरकार के मंत्री भी कर चुके हैं प्रज्ञा का बचाव
बता दें कि सांसद प्रज्ञा के बयान पर विवाद होते ही भारत सरकार की तरफ से संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने बुधवार को कहा कि भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने पार्टी को बताया है कि उन्होंने नाथूराम गोडसे का समर्थन नहीं किया और वह सिर्फ क्रांतिकारी उधम सिंह के बारे में बात कर रही थीं। जोशी ने पीटीआई-भाषा को बताया, "प्रज्ञा ठाकुर के अनुसार उन्होंने नाथूराम गोडसे के बारे में या उनके समर्थन में कुछ नहीं कहा, वह जनरल डायर को जान से मारने वाले क्रांतिकारी उधम सिंह के बारे में बात कर रही थीं।" जोशी ने कहा कि जब प्रज्ञा लोकसभा में चर्चा के दौरान बोल रही थीं तो उनका माइक चालू नहीं था और उनकी बातों को रिकॉर्ड में नहीं लिया जा सकता।
भाजपा ने प्रज्ञा के बयान की निंदा की
आपको जानकर आश्चर्य होगी कि जिस सांसद के बयान पर बुधवार तक भाजपा के कई नेता समर्थन कर रहे थे। उसी प्रज्ञा के बयान की निंदा भाजपा ने गुरूवार को की है। दरअसल, लोकसभा में पार्टी ने अपनी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के विवादास्पद बयान की बृहस्पतिवार को निंदा की और उन्हें रक्षा मामलों की परामर्श समिति से हटाये जाने की सिफारिश की । भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा, लोकसभा सांसद प्रज्ञा ठाकुर की टिप्पणी की निंदा करती है, पार्टी ऐसे बयानों का कभी समर्थन नहीं करती । नड्डा ने ठाकुर को रक्षा मामलों की परामर्श समिति से हटाये जाने की भी सिफारिश की। ठाकुर संसद सत्र के दौरान भाजपा संसदीय दल की बैठक में हिस्सा नहीं ले सकेंगी ।