नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को आवंटित 35 लोदी एस्टेट सरकारी मकान को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है, इस विवाद ने उस समय तूल पकड़ा जब सोशल मीडिया पर यह प्रचारित किया जाने लगा कि प्रियंका गांधी सरकारी मकान को जारी रखने के लिए शहरी विकास मंत्रालय में कोशिश कर रहीं हैं।
सोशल मीडिया के झूठ को बेनकाब करने के लिए प्रियंका ने बयान जारी किया, "यह झूठी खबर है, मैंने सरकार से ऐसा कोई निवेदन नहीं किया है। 1 जुलाई को मकान खाली करने के बाबत जो पत्र दिया गया है, उसके अनुसार मैं सरकारी आवास 35 लोदी एस्टेट 1 अगस्त तक खाली करूंगी।"
प्रियंका ने इसी आशय का ट्वीट कर उस खबर को भी ज़ारी किया, जिसमें प्रियंका को मोदी द्वारा कुछ और समय रहने की बात कही गई थी। प्रियंका के ट्वीट के तुरंत बाद शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने ट्वीट किया कि कांग्रेस के एक बड़े नेता ने 4 जुलाई को फोन कर आग्रह किया कि 35 लोदी एस्टेट किसी कांग्रेस सांसद के नाम आवंटित कर दिया जाए, ताकि प्रियंका उसमें रह सकें।
प्रियंका ने कहा 1 अगस्त को खाली कर रही हूं मकान
प्रियंका ने पुरी को जबाब देने में कोई देरी नहीं की और लिखा कि जिस किसी ने फोन किया मेरे प्रति उसकी चिंता के लिए धन्यवाद, वास्तविकता यह है कि मैंने ऐसा कोई आग्रह नहीं किया है और न ही कोई आग्रह कर रही हूं, मैं 1 अगस्त तक सरकारी मकान खाली कर रही हूं।
हरदीप सिंह पुरी ने अहमद पटेल की ओर किया इशारा
हरदीप पुरी ने ट्वीट का जबाब ट्वीट कर दिया, उन्होंने अहमद पटेल का नाम तो नहीं खोला, लेकिन उनकी ओर इशारा कर लिखा कि उनके आग्रह पर प्रियंका को 2 महीनों का विस्तार समय सीमा में दे दिया गया है, जिसका अर्थ है कि प्रियंका सरकारी मकान में 1 अक्टूबर तक रह सकती हैं।
घर खाली करने के लिए पैकर को दिया गया काम
सूत्रों के अनुसार प्रियंका 1 अगस्त से पहले ही मकान खाली कर देंगी। इस सूत्र ने इस बात का भी खुलासा किया कि एक निजी पैकर को मकान खाली करने और सामान को सुरक्षित पहुंचाने के अनुबंध दिया जा चुका है जो राजधानी दिल्ली के ही आवास में इस को पहुंचाने का काम करेगा।