23 करोड़ की आबादी में मात्र 7 हज़ार की टेस्टिंग पर प्रियंका गांधी ने जताई चिंता, कही ये बात
By शीलेष शर्मा | Published: April 10, 2020 06:54 PM2020-04-10T18:54:25+5:302020-04-10T19:13:13+5:30
राजस्थान के भीलबाड़ा में महज़ 9 दिनों में 24 लाख लोगों की स्क्रीनिंग कर जाँच की गयी जिससे राज्य सरकार यह पता लगाने में कामयाब हो सकी कि कौन -कौन संक्रमित है।
नयी दिल्ली: देश भर में कोरोना संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या के बीच देश के सबसे बड़ी आबादी वाले उत्तर प्रदेश में जहाँ 23 करोड़ बसे है अब तक केवल 7 हज़ार लोगों के टैस्टिंग सैम्पल लिये जाने को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने चिंता जताते हुये प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी को पत्र लिख कर व्यापक स्तर पर राज्य में टैस्टिंग कराने का अनुरोध किया है।
प्रियंका ने योगी को दक्षिण कोरिया का उदाहरण देते हुये याद दिलाया कि टैस्टिंग के दम पर कोरिया ने कोरोना को फैलने से रोका है। इस देश ने प्रत्येक 1000 लोगों में 6 लोगों की टैस्टिंग की और जंग जीतने में कामयाब हुये। राजस्थान के भीलबाड़ा में महज़ 9 दिनों में 24 लाख लोगों की स्क्रीनिंग कर जाँच की गयी जिससे राज्य सरकार यह पता लगाने में कामयाब हो सकी कि कौन -कौन संक्रमित है ,उनको एकांत में रख कर इलाज़ कराया ,परिणाम संक्रमण को फ़ैलने नहीं दिया।
कांग्रेस महासचिव ने टैस्टिंग को रामबाण बताते हुए साफ़ किया कि यही रास्ता है जिससे कोरोना की जंग जीती जा सकती है। उनका सुझाव था कि संक्रमित लोगों को तीन श्रेणियों में बांटा जाये ,माइल्ड ,मॉडरेट और हाई रिस्क ताकि आईसीयू इकाइयों पर पड़ने वाले बोझ को कम किया जा सके। प्रियंका ने राहत कार्यों में सामजिक ,राजनैतिक कार्यकर्ताओं ,स्वयं सेवी संघटनों का सहयोग लेने की भी अपील मुख्यमंत्री से की साथ ही आग्रह किया कि प्रदेश सरकार अफ़वाहों को रोकने के लिये कठोर कदम उठाये क्योंकि संक्रमित लोग इन अफ़वाहों से भयभीत हो कर कोरोना की बीमारी को छिपा रहे हैं।