नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बल (सीआरपीएफ) के शौर्य दिवस पर संगठन के साहस की सराहना की और कहा कि वीर शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भूलाया जा सकेगा।
मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘सीआरपीएफ का साहस विख्यात है। सीआरपीएफ के शौर्य दिवस पर मैं इस बहादुर बल को सलाम करता हूं और गुजरात में सरदार चौकी पर 1965 में सीआरपीएफ कर्मियों की वीरता को याद करता हूं।’’
उन्होंने कहा कि इन बहादुर शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भूला जायेगा। सीआरपीएफ की वेबसाइट के अनुसार, 9 अप्रैल 1965 को सीआरपीएफ की दूसरी बटालियन के एक छोटे दल ने गुजरात में कच्छ के रण के पास सरदार चौकी पर पाकिस्तान की एक ब्रिगेड (3000 जवान से अधिक) के हमले को नाकाम कर दिया था इसमें सीआरपीएफ बलों द्वारा 34 पाकिस्तानी सैनिक मारे गिराए गए थे और 4 सैनिकों को पकड़ लिया गया था।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीआरपीएफ के शूरवीरों को नमन किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, '09 अप्रैल 1965 को गुजरात के रण (कच्छ) में स्थित ‘सरदार पोस्ट’ पर सीआरपीएफ की एक छोटी सी टुकड़ी ने अपने से कई गुना अधिक संख्या वाली हमलावर दुश्मन फौज को हरा कर इतिहास रचा था। अदम्य साहस, वीरता और बलिदान के प्रतीक सीआरपीएफ ‘शौर्य दिवस’ की सभी को बधाई व हमारे वीर शहीदों को नमन्।'
(इनपुट भाषा)